होशंगाबाद। किसानों को उनकी उपज का अधिकतम लाभ देने के लिए जिले भर में 128 खरीदी केन्द्रो में समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीद प्रारंभ हो गई है। गेहूं की खरीद सहकारी समितियों के माध्यम से की जा रही है। कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर अविनाश लवानिया ने गेहूं खरीद के प्रबंधो की समीक्षा की। उन्होने कहा कि जिले भर में 20 मार्च से गेहूं की खरीद प्रारंभ हो गई है। सभी खरीदी केन्द्रों में उर्पाजित गेहूं के भण्डारण की उचित व्यवस्था करें। जिले में इस वर्ष अनुमानित गेहूं उर्पाजन के लिए पर्याप्त भण्डारण सुविधा उपलब्ध है। सभी गोदामों की मैपिंग कर दी गई है। जिससे किसानों को गेहूं उर्पाजन के लिए अधिक दूरी ना तय करनी पडे। कई गोदामों में ही इस वर्ष खरीदी केन्द्र बनाए गए है।
कलेक्टर ने कहा कि सभी एसडीएम, तहसीलदार तथा खाद्य विभाग के अधिकारी खरीदी केन्द्रो का नियमित निरीक्षण करें। खरीदी केन्द्रों में पर्याप्त संख्या में बारदाने उपलब्ध कराएं। खरीदी केन्द्रों में पेयजल की भी उचित व्यवस्था करें। किसानों से खरीदे गए गेहूं का 3 दिवस में भुगतान उनके बैंक खाते में सुनिश्चित करें। इसके लिए सभी सहकारी समितियों में पर्याप्त राशि उपलब्ध करा दें। खरीदी केन्द्रो में ही गेहूं की गुणवत्ता का परीक्षण कर लें। इटारसी में गेहूं भण्डारण की सबसे अधिक स्थान उपलब्ध है। इन्हें इटारसी के आसपास के खरीदी केन्द्रो तथा होशंगाबाद एवं बाबई के खरीदी केन्द्रों से लिए गए गेहूं से भरें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि किसान को उर्पाजन के लिए 15 कि.मी. से अधिक की दूरी न तय करनी पडें।
कलेक्टर ने कहा कि मौसम में तेजी से परिवर्तन हो रहा है। तापमान बढने के साथ साथ गेहूं की आवक में भी तेजी आएगी। खरीदी केन्द्रों से समय पर उर्पाजित गेहूं का परिवहन कराकर उसे भण्डारित कराए। गेहूं खरीदी, किसानों को किए गए भुगतान तथा उर्पाजित गेहूं के भण्डारण की प्रतिदिन आनलाईन रिर्पोट प्रस्तुत करें। बैठक में एडीएम मनोज सरियाम, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पीसी शर्मा, सभी एसडीएम तथा संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।