इटारसी। तवानगर के निवासी बीते पांच दिन से जिस कुए का पानी पी रहे थे, उसमें से आज एक मरा और सड़ा हुआ सुअर का शव निकला तो ग्रामवासियों के गुस्से का ठिकाना न रहा। मामले में ग्राम पंचायत के पंचों ने पंचायत सचिव को जिम्मेदार ठहराते हुए लापरवाही पर कार्रवाई की मांग सीईओ जनपद से की है। पंच भूपेश साहू ने पूरे मामले की जानकारी एसडीएम वंदना जाट को देते हुए कार्रवाई करने की मांग की है। जनपद सीईओ दिलीप कुमार का कहना है कि जो प्राथमिक तौर पर जो आपरेटर है, उसकी जिम्मेदारी है और उन्होंने उसके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश पंचायत सचिव को दिए हैं।
तवानगर के निवासियों को आज जब यह पता चला कि पुलिस थाने के पीछे स्थित जिस कुए से पेयजल की सप्लाई होती है, उसमें एक सुअर बीते पांच दिन से पड़ा था, तो उनके गुस्से का ठिकाना न रहा। ग्रामवासियों ने इसके लिए ग्राम पंचायत को जिम्मेदार ठहराते हुए कार्रवाई की मांग की है। हालांकि जनपद सीईओ को लगता है कि जो आपरेटर है, उसकी जिम्मेदारी बनती है, सचिव की जिम्मेदारी से पहले आपरेटर पर कार्रवाई के निर्देश उन्होंने दे दिए हैं।
पंचायत का मालूम ही नहीं
आश्चर्य है कि जो ग्राम पंचायत पेयजल की आपूर्ति करती है, उसे नहीं मालूम कि कुए में सुअर मरा पड़ा है। ग्रामीणों में पंचायत की कार्यप्रणाली से आक्रोश है। ग्रामीणों का कहना है कि सचिव को समय-समय पर देखना चाहिए कि पेयजल आपूर्ति ठीक हो रही है या नहीं, जिस जगह से पानी की सप्लाई होती है, वहां जानवरों के आने-जाने पर रोक के लिए न तो सुरक्षा दीवार है और ना ही अन्य कोई इंतजाम।
नायब तहसीलदार ने बनाया पंचनामा
पंच भूपेश साहू ने संपूर्ण मामले की जानकारी जब एसडीएम वंदना जाट की तो दी उन्होंने नायब तहसीलदार एनपी शर्मा को तत्काल मौके पर भेजा। श्री शर्मा ने मौके पर पहुंचकर संपूर्ण मामले की जानकारी ली और पंचनामा तैयार किया है। उन्होंने आपरेटर को भी चेतावनी दी है कि आगे से इस तरह की लापरवाही नहीं चलेगी। पंचायत सचिव को उन्होंने कुए पर तत्काल जाली लगाने के निर्देश भी दिए हैं।
ये बोले जनप्रतिनिधि…!
जिस कुए के माध्यम से पेयजल की सप्लाई होती है, उस कुए में एक सुअर मरा पड़ा होने की सूचना मिली है। इस मामले में जिम्मेदारी तय करके दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए और आगे इस तरह की घटना न हो, इसके लिए कुए पर जाली लगाई जानी चाहिए।
मनोज गुलबाके, जनपद सदस्य
तवानगर के कुछ लोगों ने मेरे पर आकर जानकारी दी कि छोटे कुए में एक सुअर गिरकर मर गया था जो आठ से दस दिन पुराना है। हमने उसे बाहर निकलवाया तो वह काफी सड़ा हुआ था। तवानगर में लोगों को दूषित पेयजल सप्लाई किया है, ऐसे में ग्रामीणों के बीमार होने की आशंका है। दोषियों पर कार्रवाई हो और वहां की व्यवस्था दुरुस्त की जाए, ऐसी हमारी प्रशासन से मांग है।
भूपेश साहू, पंच
विगत एक सप्ताह से ग्राम पंचायत द्वारा जो दूषित पानी की सप्लाई की जा रही है, वह घोर निंदनीय है। हमारा कलेक्टर से निवेदन है कि ग्राम पंचायत रानीपुर और जनपद पंचायत केसला के अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करके दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
रीता सिंह ठाकुर, पंच
मुझे इस संबंध में जानकारी मिली है। वहां पदस्थ आपरेटर की जिम्मेदारी बनती है। मैंने पंचायत सचिव को निर्देश दिए हैं कि उक्त आपरेटर से बयान लेकर जांच के बाद मुझे रिपोर्ट करें और ऐसे लापरवाह आपरेटर को वहां से मुक्त करके किसी अन्य को यह जिम्मेदारी सौंपें। हमने कुए पर जाली लगाकर वहां सुरक्षित कराने के निर्देश भी दिए हैं।
दिलीप कुमार, सीईओ जनपद पंचायत
नायब तहसीलदार ने यहां आकर मामले की जानकारी ली है। आपरेटर को चेतावनी दी है कि आगे से इस तरह की लापरवाही न हो। कुए पर जाली लगाने को भी उन्होंने कहा है। हम दो-तीन दिन में कुए पर जाली लगा देंगे।
सुमेर सिंह कासदे, पंचायत सचिव
ग्रामीणों की पीड़ा
ग्राम पंचायत जो पानी सप्लाई कर रही है, वह शुद्ध और साफ नहीं होता है। अभी जो पानी सप्लाई किया उसमें सुअर मरी थी और वही पानी सप्लाई कर दिया। ग्राम पंचायत द्वारा लापरवाही की जा रही है, कलेक्टर को इसमें कार्रवाई करनी चाहिए और हमें साफ पानी मिलना चाहिए।
कमर बानो, स्थानीय निवासी
आठ दिन से कुए में सुअर मरा पड़ा था, वही पानी सप्लाई कर दिया। ऐसे में ग्रामीण बीमार पड़ जाएंगे। वैसे भी पेयजल लाइन भी जर्जर पड़ी है, उससे भी यहां गंदा पानी सप्लाई हो रहा है। कलेक्टर को यहां हस्तक्षेप करके ग्राम पंचायत की व्यवस्था में सुधार कराना चाहिए।
शुभम पटेल, स्थानीय निवासी
जब से पेयजल सप्लाई ग्राम पंचायत को मिली है, बदहाल व्यवस्था हो गयी है। करीब आठ दिन पूर्व कुए में जो सुअर गिरकर मरा है, इससे यदि रानीपुर तवानगर में कोई बीमार होता या अन्य कोई घटना होती है तो इसकी जिम्मेदारी ग्राम पंचायत की होगी। कलेक्टर को तत्काल इसमें संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए।
राजेन्द्र बाजपेयी, स्थानीय निवासी
ग्राम पंचायत की लापरवाही है। कुए में सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं किए हैं। पेयजल सप्लाई में भी लापरवाही बरती जाती है। जिला प्रशासन को इस ओर ध्यान देकर ग्राम पंचायत की कार्यप्रणाली में बदलाव लाना चाहिए ताकि लोग सुरक्षित रह सकें।
मनोहर सहगल, स्थानीय निवासी