छोटे व मिडियम बांध व हाई रिस्क एरिया चिन्हित करे – कमिश्नर श्री उमराव

Post by: Manju Thakur

कमिश्नर ने सभी जिला कलेक्टर्स एवं पुलिस अधिक्षक को दिए निर्देश
होशंगाबाद । नर्मदापुरम संभाग कमिश्नर श्री उमाकांत उमराव ने संभावित बाढ़ व उसके बचाव संबंधि तैयारियो की समीक्षा की व जघन्य अपराधो व संभाग स्तरीत सर्तकता एवं सलाहकार एवं अनुश्रवण समिति की बैठक ली। बैठक मे कमिश्नर ने अतिवर्षा एवं बाढ़ से निपटने की पूर्व तैयारी के अंतर्गत बचाव के लिए किए जाने वाले सुरक्षात्मक उपाए एवं आवश्यक बचाव उपकरणो की उपलब्धता की स्थिति की समीक्षा की। उन्होने जल संसाधन विभाग के अधिकारियो को निर्देशित किया कि वे संभाग मे स्थित सभी छोटे व मिडियम आकार के बांधो को चिन्हित कर लेवे, इसके अलावा बाढ़ हाईरिस्क एरिया भी चिन्हित कर ले। कमिश्नर ने कहा कि अधिकारीगण बाढ़ के दौरान तवा गेट खोलने से पहले कम्युनिकेट कर लेवे कि बांध से कितना पानी छोड़ना है।
कमिश्नर ने कहा कि 2 घंटे पूर्व की बजाए जल संसाधन विभाग के अधिकारी हर घंटे की रिपोर्ट कलेक्टर को देते रहे कि बांध मे जल का स्तर कितना बढ़ गया है। प्रतिपल तवा बाध मे जल भराव की स्थिति से कलेक्टर को अवगत कराया जाए साथ ही छोटे व मिडियम साईज के डेमों मे पानी भरने की स्थिति से भी कलेक्टर को अवगत कराया जाना चाहिए। कमिश्नर ने कहा कि रेस्क्यू की पूरी तैयारी भी रखी जाए, बचाव उपकरण तैयार रखा जाए एवं रेस्क्यू टीम भी तैयार रहे।
पानी छोड़ने से बाढ़ की समस्या
कमिश्नर ने कहा कि सामान्यत: बांधो से पानी छोड़ने की वजह से बाढ़ की समस्या उत्पन्न होती है। इसके अलावा बेकवाटर के कारण भी बाढ की समस्या उत्पन्न होती है। उन्होने कहा कि गत वर्ष गंजाल व अन्य नदियो से बैकवाटर आया था। उन्होने अधिकारियो से कहा कि वे गत 10 वर्षो का डेटा निकालकर 10 दिनो मे रिविजिट करे एवं 31 अगस्त के बाद की स्थिति का आंकलन अभी से करना सुनिश्चित कर लेवे। कमिश्नर ने अधिकारियो से कहा कि वे बैकवाटर की निति पर पुर्न विचार कर, बैकवाटर के स्थान चिन्हित करे। अभी मुख्यत: तवा को लेकर ही प्लान बनाया गया है। किन्तु बैकवाटर से भी समस्या उत्पन्न होती है। ए.सी.तवा श्री राकेश अग्रवाल ने बताया कि तवा मे 97 प्रतिशत पानी भरने पर ही पानी छोडा जाता है। तवा के अलावा बरगी, बारना से भी पानी छोडा जाता है तब समस्या उत्पन्न होती है। उन्होने कहा कि इश्यू तब आता है जब यहां तो पानी गिरे किन्तु अन्य जगह पानी नही गिर रहा हो तब समस्या आती है कि पानी कहा छोडे।
1980 के पहले बने बांधो का निरीक्षण
कमिश्नर ने कहा कि 1980 से पूर्व बने सभी छोटे व मिडियम साईज के बांधो का भी निरीक्षण कर लेवे क्योकि बारिश मे वे भी भर जाते है। उन्होने कहा कि तवा से रेत कम निकलने के कारण 1 फीट तक बाढ की संभावना है। कमिश्नर ने कहा कि पानी छोडने से पूर्व कलेक्टर को इसकी सूचना दी जाए। उन्होने नाली व नालो मे बाढ की स्थिति देखने के भी निर्देश दिए और कहा आसपास की नदियो के पास रहने वाले मछुवारो की सूची भी बना ली जाए। डूब प्रभावित क्षेत्रो की सूची सभी सम्बन्धित एसडीएम के पास उपलब्ध रहनी चाहिए।
सभी मुख्य सड़क पर चेतावनी के बोर्ड
कमिश्नर ने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियो को निर्देशित किया कि वे जिलो की सभी मुख्य सड़क व महत्वपूर्ण सड़को पर बाढ चेतावनी सम्बन्धि बोर्ड लगाएं।
जाति प्रमाण पत्र के अभाव मे विवेचना व जांच न रूके
बैठक मे कमिश्नर ने हरदा, बैतूल, होशंगाबाद के पुलिस अधिक्षको को निर्देशित किया कि वे पुलिस थानो मे दर्ज अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के पंजीकृत प्रकरणो मे जाति प्रमाण पत्र के अभाव मे जांच या विवेचना न रोके अपितु पीडित से लोकसेवा गारंटी केन्द्र मे आवेदन दिलाकर केन्द्र से रजिस्ट्रेशन नम्बर लेकर सम्बन्धित एसडीएम से 30 दिवस के अंदर जाति प्रमाण पत्र बनवाना सुनिश्चित करे। कमिश्नर ने बताया कि उक्त प्रकरणो के निराकरण मे सरपंच का बनाया जाति प्रमाण पत्र मान्य नही रहता है। उन्होने बैतूल कलेक्टर एवं पुलिस अधिक्षक की सराहना व प्रशंसा की कि उन्होने न्यायालय मे चालान पेश करने मे बेहतरीन कार्य किया है। कमिश्नर ने कहा कि एसडीओपी जाति प्रमाण पत्र का प्रारूप तैयार करने के लिए एसडीएम से मार्गदर्शन लेवे।
लोकल लेवल कमेटी की बैठक नियमित रूप से हो
कमिश्नर ने खंड स्तर पर अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति अत्याचार निवारण के अंतर्गत गठित लोकल लेवल कमेटी की बैठक हर माह आयोजित करने के निर्देश दिए और निर्देशित किया कि कोई भी घटना घटित होने पर एसडीएम और एसडीओपी संयुक्त रूप से घटना स्थल का निरीक्षण करे। हर माह स्थल निरीक्षण कर इसकी रिपोर्ट प्रस्तुत करे। कमिश्नर ने कहा कि एसडीएम व एसडीओपी के मध्य संवाद रहने से आधी समस्या का निराकरण मौके पर ही हो जाएगा।
अभियोजन अधिकारी के रिक्त पदो की पूर्ति
बैठक मे पुलिस अधिक्षक बैतूल ने अवगत कराया कि बैतूल मे लोक अभियोजन अधिकारी व सहायक लोक अभियोजन अधिकारी के पद रिक्त होने से अपराधिक प्रकरणो के निराकरण मे अनावश्यक देरी हो रही है। हरदा ने भी ऐसी समस्या से कमिश्नर को अवगत कराया। कमिश्नर ने कहा कि शीघ्र ही रिक्त पदो मे लोक अभियोजन अधिकारियो की पद स्थापना की जाएगी इसके लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा।
जीवन निर्वहन भत्ता कलेक्टर दर से
कमिश्नर ने बैठक मे गवाहो के यात्रा भत्ता जीवन निर्वहन भत्ता व पुर्नर्वास सुविधाओ की समीक्षा की और कहा कि गवाहो को कलेक्टर दर पर भत्तो का भुगतान किया जाएगा। कमिश्नर ने कहा कि कैदियो को यदि चिकित्सा सुविधाओ का लाभ दिया जा रहा है, तो उसका उल्लेख किया जाए। उन्होने अस्पृश्यता जागरण शिविर लगाने मे होशंगाबाद द्वारा किए गए कार्यो की सराहना की। बताया गया कि होशंगाबाद के मटमुली, केसला, तवानगर, महुवाढाना व पगारा मे उक्त शिविर लगाए गए थे।
कमिश्नर ने जघन्य अपराधो मे तत्परता से प्रकरणो के निराकरण के निर्देश दिए। पुलिस महानिरीक्षक श्री रवि कुमार गुप्ता ने कहा कि पिछले दिनो कानून व्यव्स्था की जो स्थिति निर्मित हुई है उसमे सभी अधिकारियो ने कर्तव्यपूर्ण होकर अपना कार्य किया। उन्होने बाढ के दौरान अधिकारियो को भी बचाव उपकरण अपने पास रखने के निर्देश दिये और कहा कि यदि कोई अधिकारी इस दौरान जिले से बाहर भ्रमण पर जा रहा है तो इसकी सूचना कलेक्टर को अनिवार्य रूप से देवे।
बैठक मे होशंगाबाद कलेक्टर श्री अविनाश लवानिया, बैतूल कलेक्टर श्री शशांक मिश्रा, हरदा कलेक्टर श्री श्रीकांत बनोठ, एडिशनल कलेक्टर श्री आर.के.मिश्रा, पुलिस अधिक्षक होंशंगाबाद श्री कुमार सौरभ, बैतूल के पुलिस अधिक्षक श्री राकेश अग्रवाल, अतिरिक्त पुलिस अधिक्षक श्री शशांक गर्ग, अपर कलेक्टर श्री मनोज सरियाम, उपायुक्त राजस्व श्री संतोष वर्मा, संयुक्त उपायुक्त विकास श्री राजेन्द्र सिंह, ए.सी. तवा परियोजना श्री राकेश अग्रवाल कार्यपालन यंत्री इटारसी ए.के.गुप्ता, संयुक्त संचालक आदिवासी विकास श्री जे.पी. यादव सहित अन्य अधिकारीगण मौजूद रहे।

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