माता महाकाली ने किया असुर शुंभ-निशुंभ का वध

Post by: Manju Thakur

इटारसी। नगर पालिका परिषद के तत्वावधान में चल रहे श्रीरामलीला दशहरा महोत्सव के अंतर्गत आज पुरानी इटारसी स्थित देवल मंदिर परिसर में आज आदिवासी डंडा नृत्य और विशेष प्रस्तुति माता महाकाली द्वारा असुर शुंभ-निशुंभ के वध का मंचन रहा। कार्यक्रम में आदिवासी अंचल के दो डंडा नृत्य मंडल ने भाग लिया। मां विजयासन गरबा ग्रुप नई गरीबी लाइन की विशेष प्रस्तुति रही जिसे दर्शकों ने खूब सराहा।
कार्यक्रम में नगर पालिका परिषद के उपाध्यक्ष अरुण चौधरी, छोटे भैया चौधरी, कल्पेश अग्रवाल, राकेश जाधव, जयकिशोर चौधरी, नीलेश चौधरी सहित पुरानी इटारसी और नगर के सैंकड़ों दर्शक मौजूद रहे। कार्यक्रम का शुभारंभ ग्राम नजरपुर के शंकर बालक मंडल के डंडा नृत्य से हुआ। इस दौरान छोटे-छोटे बच्चों ने पारंपरिक भजनों के साथ डंडा नृत्य किया।
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दूसरी प्रस्तुति तिरंगा मंडल बैंगनिया-सुपरली की रही। इसमें भी युवाओं ने डंडा नृत्य प्रस्तुत किया। कार्यक्रम का विशेष आकर्षण माता महाकाली और असुरों के बीच युद्ध का मंचन रहा। कथा के अनुसार माता पार्वती भोलेनाथ से जाकर कहती हैं कि आपके होते हुए उनको कोई कैसे उनके समक्ष विवाह का प्रस्ताव रख सकता है। भोलेनाथ कहते हैं, तुम शक्ति स्वरूपा हो, तुम स्वयं इसका समाधान करो, मैं कोई मदद नहीं कर सकता। माता पार्वती अपने भ्राता के पास जाती हैं, तो उनसे भी यही जवाब मिलता है।
इसके बाद माता पार्वती अपनी शक्ति का आह्वान करती हैं तब पूरी नौ देवियों प्रकट होती हैं और फिर महाकाली और असुरों के बीच भीषण संघर्ष होता है। शुंभ-निशुंभ का संहार करने के बावजूद जब माता महाकाली का गुस्सा शांत नहीं होता है तो सारी देवियां मिलकर भगवान भोलेनाथ से उनको शांत करने की गुहार लगाती हैं, फिर भगवान शंकर उनके रास्ते में आकर उनको रोकते हैं। मां विजयासन देवी गरबा ग्रुप की इस विशेष प्रस्तुति को दर्शकों की खूब तालियां मिलीं। श्रीरामलीला दशहरा महोत्सव समिति के सदस्यों ने सभी मंडलों को विशेष पुरस्कार प्रदान किए।

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