मंडी समिति की बैठक में मांगपत्र देने पर चर्चा
इटारसी। कृषि उपज मंडी में विपणन संघ ने पिछले दिनों मंडी परिसर में किसानों से मूंग की खरीद की थी। लेकिन मंडी को उसके शुल्क के रूप में मिलने वाली लगभग एक करोड़ रुपए की राशि अब तक नहीं मिली है। इसके अलावा पिछले सीजन में हुई गेहूं खरीदी का मंडी शुल्क करीब 8 लाख रुपए भी मंडी को नागरिक आपूर्ति निगम से नहीं मिले हैं। आज हुई मंडी समिति की बैठक में इस पर चिंता व्यक्त करते हुए राशि के लिए पत्राचार करने पर सहमति बनी है।
आज दोपहर कृषि उपज मंडी समिति की बैठक मंडी अध्यक्ष विक्रम तोमर की अध्यक्षता में प्रारंभ हुई। सचिव सुनील गौर ने बैठक का एजेंडा सभी सदस्यों को पढ़कर सुनाया। बैठक में मंडी परिसर में 20 और कैमरे लगाने का सर्वसम्मति से निर्णय हुआ। इसके अलावा बाउंड्रीवाल के पास सीमेंटीकरण, ट्रालियों के लिए शेड बनाने पर चर्चा हुई। कार्यालय में एक कर्मचारी की अनुकंपा नियुक्ति पर मुहर लगी। बुरहानपुर निवासी अक्षय पवार को यहां अनुकंपा नियुक्ति दी गई है। अक्षय के पिता खरगोन में मंडी इंस्पेक्टर थे। इटारसी में एक पद रिक्त था, अत: अक्षय को यहां पोस्टिंग मिली है। मंडी सचिव श्री गौर का कहना है कि अक्षय ने बीई किया है, उसकी योग्यता का लाभ हमें राष्ट्रीय कृषि बाजार में मिलेगा।
बड़ी लैब भी बनेगी
कृषि उपज मंडी में जल्द ही मंडी बोर्ड से मिलने वाली राशि से एक बड़ी लैब तैयार की जाएगी। मंडी के पुराने भवन में लैब तैयार करने की योजना है। दस लाख की लागत से बनने वाली लैब से किसानों को फायदा होगा। लैब में जिंस की गुणवत्ता जांची जाएगी।