सादगी से मना भगवान श्रीराम जन्मोत्सव

Post by: Manju Thakur

सोशल डिस्टेंसिंग का हर मंदिर ने किया पालन
इटारसी। शहर के अनेक प्रमुख मंदिरों में भगवान श्रीराम का जन्मोत्सव सादगीपूर्वक मनाया गया। इस दौरान भगवान की जन्म आरती, भोग, प्रसाद वितरण किया। भगवान के जन्म उत्सव में इस बार भले ही बड़ी संख्या में भक्त नहीं पहुंचे। लेकिन, मंदिर समितियों ने भक्तों से आग्रह किया है कि वे आज शाम 7:30 बजे अपने घरों में 9 दीपक जलायें और घरों में रहकर ही भगवान का जन्मदिन मनायें।
विश्व भर में फैले कोरोना वायरस के कहर के कारण रामनवमी के देशभर में सभी धार्मिक कार्यक्रम निरस्त हो गए हैं। यह पहला मौका है जब रामनवमी पर मंदिरों में सन्नाटा पसरा है। श्रीराम जन्मभूमि पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद इस बार रामनवमी काफी धूमधाम से मनाने की तैयारी थी।

उत्सवी माहौल नहीं केवल सादगी
राम जन्मोत्सव तो चैत्र शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मनाया जाता है। इस बार कोरोना से निपटने के लिए लागू लॉकडाउन से सारे कार्यक्रम निरस्त कर दिये गये और मंदिरों में पुजारी ने ही श्रीराम जन्म उत्सव के दौरान सभी धार्मिक परंपरायें विधिवत निभायीं। शहर के श्री द्वारिकाधीश मंदिर, श्री हनुमानधाम मंदिर, श्री बूढ़ी माता मंदिर सहित अन्य सभी श्रीराम और हनुमान मंदिरों में भी श्रीराम जयंती आयोजन की तैयारी थी। लेकिन, लॉक डाउन का पालन करने सभी कार्यक्रम पूर्व में ही निरस्त कर दिये थे। यही कारण था कि आज श्रीराम नवमी पर उत्सवी माहौल नहीं था। केवल सादगी से कुछ लोगों की उपस्थिति में श्रीराम जन्मोत्सव मनाया गया है।

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सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया
श्री द्वारिकाधीश मंदिर में श्रीराम जन्म महोत्सव कई दशक से मनाया जा रहा है। यहां 8 दिन तक धार्मिक आयोजन होते हैं। श्रीराम कथा के आयोजन में हजारों भक्त शामिल होते हैं। रामनवमी पर यहां सादगी से भगवान का जन्मदिन मनाया। दोपहर 12 बजे पट खुले। मंदिर परिसर में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते करीब एक दर्जन लोग आरती में शामिल हुए जन्मोत्सव समिति के कार्यकारी अध्यक्ष जसबीर सिंघ छाबड़ा ने बताया कि आरती, पूजन के बाद पंजीरी और चरणामृत का प्रसाद बांटा है। उन्होंने भक्तों से आग्रह किया है कि शाम अपने घरों के सामने दीपक लगायें और भगवान से प्रार्थना करें कि देश और प्रदेश से इस महामारी को भगाने की प्रार्थना करें।

budi mata mandir
हवन, आरती, कन्या पूजन
श्री बूढ़ी माता मंदिर में श्रीराम जन्मोत्सव के तहत अनेक धार्मिक कार्यक्रम हुए। इनमें सुबह 8 से 10 बजे तक यज्ञ, हवन और पूर्णाहुति की गयी। दोपहर 12 से 12:30 बजे तक श्रीराम दरबार का पूजन, श्रीराम जन्मोत्सव का आयोजन पुजारियों ने अपनी उपस्थिति में ही किया। इसके बाद दोपहर में आरती, स्तुति की गई। मंदिर समिति के सचिव जगदीश मालवीय ने बताया कि कोरोना वायरस के लॉक डाउन के चलते मंदिर में कन्या पूजन, कन्या भोजन में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया और कन्याओं को काफी दूर-दूर बिठाकर भोजन कराया। मंदिर परिसर में मुख्य द्वारा पर ताला है और किसी भी भक्त को मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं दिया जा रहा है।

hanuman dhaam
गरीबों को भोजन कराया
श्री हनुमानधाम मंदिर समिति ने मंदिर परिसर में लगभग दो दर्जन भक्तों की मौजूदगी में बाकायदा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए श्रीराम जन्मोत्सव मनाया। श्रीराम दरबार परिसर में पुजारी और यजमान के अलावा कोई और नहीं था। अन्य भक्तों को संपूर्ण परिसर में अलग-अलग स्थान तय करके खड़े होने को कहा गया था। सुबह राम दरबार का श्रंगार, आरती के बाद पंजीरी और लस्सी का प्रसाद वितरण किया। इसके बाद मंदिर के आसपास रहने वाले गरीबों को खीर, पूड़ी और सब्जी का प्रसाद वितरण किया। मंदिर समिति के लखन बैस ने बताया कि लॉक डाउन के चलते समिति ने शासन के सारे निर्देशों का पालन करते हुए ही श्रीराम जन्मोत्सव मनाया।

navgrah durga mandir
दीप जलाकर बधाई दी
श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर लकड़ गंज इटारसी में भी श्री राम जन्मोत्सव मध्यान्ह 12:00 बजे मनाया गया। मंदिर के पुजारी पंडित सत्येंद्र पांडे एवं पंडित सुरेश पांडे ने विधि विधान से पूजन अर्चन किया। इस अवसर पर मंदिर समिति के संरक्षक दीप अरोरा अध्यक्ष प्रमोद पगारे सदस्य अंशुल अग्रवाल उपस्थित थे। इस अवसर पर श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर लकड़गंज सहित वार्ड क्रमांक 22 और 23 में माता बहनों ने अपने घरों के बाहर दीप जलाकर प्रभु श्री राम के जन्म की एक दूसरे को बधाई दी।

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