इटारसी। नगर पालिका परिषद के तत्वावधान में यहां गांधी स्टेडियम और सूखा सरोवर मैदान पुरानी इटारसी में चल रही रामलीला एवं दशहरा महोत्सव में सीता हरण के दौरान जटायु और रावण के बीच संघर्ष का मंचन किया गया। हरण के वक्त माता सीता काफी रोती हैं, जटायु रावण को रोकने संघर्ष करते हैं, लेकिन वे रोक नहीं पाते हैं।
रावण के पुष्पक विमान से माता सीता अपने आभूषण गिराती हैं। रावण माता सीता को लंका ले जाकर अशोक वाटिका में रखता है। इधर श्रीराम और लक्ष्मण जब वापस कुटिया में आते हैं तो सीता को न पाकर परेशान हो जाते हैं। इस दौरान उनकी राजा सुग्रीव और श्री हनुमान से मुलाकात होती है। यहां श्रीराम अपनी व्यथा सुग्रीव के समक्ष रखते हैं, माता सीता की तलाश में मदद मांगते हैं। सुग्रीव हनुमान को माता सीता को खोजने लंका भेजते हैं। हनुमान लंका पहुंचकर माता सीता से मिलते हैं, और वापसी में पकड़ा जाते हैं, दरबार में उनकी पूंछ में आग लगाने का आदेश रावण करता है। अपनी जली पूंछ से हनुमान लंका जला डालते हैं।