होशंगाबाद। थाना कोतवाली पुलिस ने 22 दिसंबर से लापता एक युवक को विंध्यांचल पर्वत के सैंकड़ों फुट ऊंचे पहाड़ से रात को सफल रेस्क्यू करके सुरक्षित बचा लिया। युवक के भाई ने 25 दिसंबर को युवक के घर से लापता होने की सूचना कोतवाली पुलिस को दी थी। 30 दिसंबर को शाम 6 बजे युवक ने स्वयं डायल 100 को फोन करके सूचना दी कि वह किसी अज्ञात स्थान पर पड़ा है और उसके हाथ-पैर बंधे हैं। पुलिस ने युवक के बताये स्थान के आसपास की भौगोलिक स्थिति के आधार पर दो टीमें रवाना की और उसे खोज निकाला।
कोतवाली टीआई विक्रम रजक ने बताया कि पुलिस अधीक्षक एमएल छारी के नेतृत्व में कोतवाली पुलिस ने विंध्याचल पर्वत के सैकड़ों फीट ऊंचे पहाड़ से गुमशुदा का सफल रेसक्यू किया है। एसपी एमएल छारी के नेतृत्व, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम मालवीय एवं एसडीओपी होशंगाबाद मोहन सारवान के मार्गदर्शन और थाना प्रभारी थाना कोतवाली विक्रम रजक के नेतृत्व में होशंगाबाद एवं बुधनी पुलिस टीम के साथ मिलकर युवक को मृगन्नाथ बाबा के पास से गत रात में घनघोर अंधेरे में जोखिमपूर्ण सर्च अभियान चलाकर सुरक्षित बचाने में सफलता हासिल की है।
ज्ञात हो कि 22 दिसंबर को युवक सुमित मेहरा घर से बिना बताये चला गया था, जिसकी सूचना उसके भाई अमित मेहरा पिता किशोरीलाल मेहरा उम्र 19 वर्ष निवासी खोजनपुर होशंगाबाद ने थाना कोतवाली होशंगाबाद में दी थी। सुमित मेहरा की गुमशुदगी रिपोर्ट दर्ज कर कोतवाली पुलिस ने युवक की तलाश के लिए हरसंभव प्रयास किए। इसी दौरान 30 दिसंबर को शाम 06 बजे करीब डायल 100 पर गुमशुदा युवक सुमित मेहरा ने फोन कर सूचना दी, कि वह किसी अज्ञात स्थान पर पड़ा है तथा उसके हाथ पैर बंधे हंै। इस सूचना पर कोतवाली पुलिस ने तुरंत एक्शन लेते हुये गुमशुदा युवक के द्वारा बताये गये स्थान एवं आसपास मौजूद भौगोलिक स्थिति के आधार पर गुमशुदा की तलाश के लिए 02 टीमें बीटीआई रोड एवं बुधनी के लिए रवाना की। सूचना से पुलिस अधीक्षक होशंगाबाद एमएल छारी, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक घनश्याम मालवीय, एसडीओपी मोहन सारवान मौके पर पहुंचे। कोतवाली ने तकनीकी रूप से सूचना को विकसित करते हुए, गुमशुदा सुमित मेहरा की उपस्थिति वाले संभावित स्थान की जानकारी प्राप्त की।
एसपी ने स्वयं संभाली कमान
घटना की गंभीरता को देखते हुए एसपी एमएल छारी ने रेसक्यू अभियान की कमान स्वयं अपने हाथ मे लेकर एएसपी घनश्याम मालवीय, एसडीओपी मोहन सारवान, थाना प्रभारी विक्रम रजक के साथ टीमें तैयार की थी। इस दौरान एसडीओपी बुधनी एसएस पटेल एवं थाना प्रभारी बुधनी संध्या मिश्रा को भी घटना से अवगत कराकर बुधनी पुलिस एवं स्थानीय लोगों को रेसक्यू अभियान में शामिल किया। गुमशुदा युवक सुमित मेहरा को तलाश करते हुए पुलिस टीमें मृगन्नाथ पहाड़ के नीचे पहुंची तो गुमशुदा युवक सुमित मेहरा के चिल्लाने के आवाज पहाड़ के ऊपर से आने पर तीनों टीमों ने घनघोर अंधेरे में सैकड़ों फीट ऊंचे मृगन्नाथ पहाड़ पर चढ़ाई शुरू की। रात होने एवं दुर्गम चढ़ाई होने से तीनों टीमों को अत्यंत जोखिम का सामना करना पड़ा। अंतत: मृगन्नाथ पहाड़ पर पहुंचकर पहाड़ के दूसरी तरफ एक चट्टान पर पड़े गुमशुदा युवक सुमित मेहरा को सुरक्षित निकालने में पुलिस टीमों ने सफलता प्राप्त की। गुमशुदा युवक सुमित मेहरा के हाथ, पैर बंधे हुये थे जिसे खोलकर उसे सुरक्षित तरीके से पहाड़ से नीचे लाये तथा उससे पूछताछ की गयी, तो सुमित ने बताया कि 22 तारीख को रसूलिया होशंगाबाद से कुछ अज्ञात लोग उसे अपने साथ ले गये थे और 30 दिसंबर तक उन अज्ञात लोगों ने सुमित को किसी अज्ञात स्थान पर रखा तथा कल मृगन्नाथ पहाड़ पर ले जाकर हाथ-पैर बांधकर छोड़ दिया। गुमशुदा युवक के द्वारा दिये गये कथन की तसदीक की जा रही है तथा घटना के कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है। सुमित मेहरा को होशंगाबाद लाकर जिला अस्पताल होशंगाबाद में मेडिकल परीक्षण कराया तथा आवश्यक कार्यवाही के उपरांत गुमशुदा सुमित को उसके परिजनों को सौंपा गया। गुमशुदा सुमित मेहरा स्वस्थ है।
इनकी भी ली मदद
घटना की गंभीरता को देखते हुये उक्त बचाव अभियान की कमान स्वयं पुलिस अधीक्षक होशंगाबाद एमएल छारी ने संभाली। बचाव में सहयोग के लिए कोतवाली पुलिस होशंगाबाद के साथ बुधनी पुलिस, रेल्वे ट्रैकमेन एवं स्थानीय जागरूक नागरिकों का सहयोग लिया। सर्च अभियान 30 दिसंबर की प्रात: 03 बजे तक चला। उस दौरान बचाव दल को दुर्गम चढ़ाई, घनघोर जंगल एवं भीषण ठंड का सामना करना पड़ा किंतु इन विषम परिस्थितियों के उपरांत भी बचात दल ने विंध्याचल पर्वत पर मृगन्नाथ बाबा के समीप घने जंगल एवं सैकड़ों फुट की ऊंचाई पर गुमशुदा युवक सुमित मेहरा को सुरक्षित निकालने में सफलता प्राप्त की। बचाव दल मे करीबन 40 पुलिस अधिकारी-कर्मचारी शमिल रहे। अभियान में एएसआई सुखनंदन नर्रे, प्रकाश राजपूत, प्रधान आरक्षक गोपाल पाल, शिवपाल, पावेल मसीह, अनिल, आरक्षक विशाल, योगेश, अंकित, रवि, रजनीकांत, नरेद्र, पुष्पेंद्र, अशोक, लोकेश, रामप्रसाद, धरमेंद्र, महेंद्र सैनिक, ललित, रेल्वे ट्रेकमेन शाहरूख एवं विक्रम स्थानीय नागरिक हरिशंकर कदम, संजू राजपूत, गोलू, वरुण, अमन, आशीष, कमल की सराहनीय भूमिका रही है।