सोशल मीडिया से फैला अंधविश्वास आज की चुनौती

Post by: Manju Thakur

इटारसी। वर्तमान में सोशल मीडिया के माध्यम से क्षण भर में बड़े समूह के बीच अंधविश्वास को फैलाने की घटनायें सामने आ रही हंै। आमजन टेलीविजन और रेडियो में विश्वसनीयता की आदत हो जाने से सोशल मीडिया की खबरों पर आंख मूंद कर विश्वास कर लेते हैं। ऐसे में डॉ नरेंद्र नायक द्वारा दिये जा रहे वैज्ञानिक परीक्षण के बाद विश्वास करने के सिद्धांत को अपनाने की आवश्यकता है।
यह बात एसडीओ राजस्व हरेंद्र नारायण ने हायर सेकंडरी स्कूल पथरौटा में डॉ नरेंद्र नायक की चमत्कारों की वैज्ञानिक व्याख्या कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में कही। विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर द्वारा आयोजित वैज्ञानिक कार्यशाला में डॉ नरेंद्र नायक प्रदर्शन के माध्यम से वैज्ञानिक सोच विकसित करने के कार्यक्रम कर रहे हैं। डॉ नायक ने कहा कि आज से ढाई हजार साल पहले भारत में भगवान बुद्ध ने संदेश दिया था कि किसी बात को मानने से पहले उसे तर्क की कसौटी पर परीक्षण करो। हमारे ही देश के संदेश को अपनाकर हम वैज्ञानिक सफलता की उंचाईयों पर पहुंच सकते हैं।
विद्यालय के प्राचार्य वीके लवानिया ने कहा कि विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर देश के वैज्ञानिकों और बच्चों के बीच विज्ञान सेतु का कार्य कर रहे हैं। आदित्य पाराशर के समन्वय में डॉ नायक जिले में विगत तीन दिनों से अनेक विद्यालयों में वैज्ञानिक संदेश दे रहे हैं। इस कार्यशाला में एमएस नरवरिया ने बताया कि यह राजेश पाराशर द्वारा स्वयं के व्यय पर किया जा रहा वैज्ञानिक जागरूकता अभियान है।

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