इटारसी। गुरुद्वारा गुरुसिंघ सभा ने आज प्रथम गुरु गुरुनानक देव के प्रकाशोत्सव के अवसर पर नगर कीर्तन का आयोजन किया। गुरुद्वारा से निकला नगर कीर्तन, जयस्तंभ चौक, नीमवाड़ा, सराफा बाजार, आठवी लाइन, भारतटाकीज के सामने से भारतीय स्टेट बैंक चौराह, सूरजगंज चौराह, विश्वनाथ चौराह, श्री नवग्रह मंदिर के पास से होकर वापस गुरुद्वारा में संपन्न हुआ। इस दौरान जगह-जगह नगर कीर्तन का स्वागत किया। नगर कीर्तन में आगे-आगे पंच प्यारे चल रहे थे। इस दौरान गुरुनानक स्कूल के बैंड दल ने आकर्षक प्रदर्शन किया। सिख समाज के बच्चों ने अखाड़े का साहसिक प्रदर्शन किया।
गौरतलब है कि सिखों के प्रथम गुरू गुरूनानक देव जी की जयंती प्रकाशोत्सव के रूप में धूमधाम से मनाई जा रही है। इसके तहत बुधवार को जयस्तंभ स्थित गुरूद्वारे से सिख समुदाय द्वारा नगर कीर्तन निकाला गया। संकीर्तन मुख्य मार्गो से होते हुए गुरूद्वारे पर संपन्न हुआ। मुख्य आयोजन 23 नबंबर को होगा, इसमें बाहर से आए रागी जत्थेदारों द्वारा शबद कीर्तन किए जाएंगे। दोपहर में लंगर का प्रसाद वितरित होगा। संकीर्तन में गुरूनानक देव जी की मनोहारी झांकी सजाई गई थी। समाज के युवा, महिलाओं, बुर्जुगों ने गुरूनानक देव जी के कीर्तन गाकर उनकी जयंती की खुशी मनाई। संकीर्तन का जगह-जगह जोरदार स्वागत किया गया। कीर्तन में पंच प्यारे आकर्षण का केन्द्र रहे। हर साल सिक्ख समुदाय द्वारा धूमधाम से गुरूनानक देव जी की जयंती मनाई जाती है। गुरूनानक देव जी ने सिख संप्रदाय को मानवता, देशभक्ति, गुरू साहब की सेवा और धर्म की राह पर चलने का संदेश दिया था, उनके विचार और भक्तिमार्ग आज भी प्रासंगिक हैं। सभी धर्मो के लोग गुरूनानक देव जी के विचारों से प्रभावित हैं, इसी वजह से उनकी जयंती पर न सिर्फ सिख बल्कि सभी धर्मो के अनुयायी श्रद्धा से शीश झुकाते हैं।
श्री दुर्गा नवग्रह मंदिर लक्कड़ गंज समिति ने गुरुद्वारा श्री गुरु सिंघ सभा द्वारा निकाले गए नगर कीर्तन का स्वागत किया। सिख नेता सामाजिक कार्यकर्ता जसपाल सिंह पाली का स्वागत किया। पीयूष पांडे ने गुरु ग्रंथ साहब की आरती उतारी। अध्यक्ष प्रमोद पगारे ने पंच प्यारों का पुष्पहार से स्वागत किया। सचिव जितेंद्र अग्रवाल, कोषाध्यक्ष दीपक जैन, एवं सुनील दुबे, अमित मौर्य, महेंद्र पचौरी ने पुष्प वर्षा की। जमकर आतिश बाजी की। संगत को प्रसाद वितरण भी किया।