इटारसी। लगातार आवागमन से रेलवे स्टेशन से नयायार्ड जाने वाले मार्ग की हालत खराब होती जा रही है और इस पर इतने गड्ढे हो गये हैं कि हर रोज छोटी-छोटी दुर्घटना होना आम बात हो गयी है। लगातार मांग और शिकायतों के बावजूद रेलवे के जिम्मेदारी विभाग इसकी सुध नहीं ले रहा है। इधर नगर पालिका से भी जब जनहित में रोड पर तात्कालिक व्यवस्था की मांग की तो सीएमओ ने रेलवे की रोड होने की बात कहकर टाल दिया।
रेलवे स्टेशन से नयायार्ड जाने वाला मार्ग रेलवे की सीमा में है, लेकिन इसका उपयोग महज बीस से तीन प्रतिशत रेलवे कर्मचारी करते हैं और सत्तर फीसदी से अधिक ग्रामीण और शहरी आबादी करती है। बावजूद इसके इस रोड की बदहाली के लिए केवल रेलवे की तरफ देखा जाता है। रेलवे के कर्मचारियों के संगठन इसके निर्माण के लिए कई बार आंदोलन कर चुके हैं और दो बार इस रोड का निर्माण भी हो चुका है। टुकड़ों में बनी यह रोड अब नाला मोहल्ला में ग्वालबाबा मंदिर और छोटी पुलिया के बीच वाले हिस्से में बहुत खराब हो चुकी है। यहां हर रोज वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं तो आधा से एक घंटे जाम भी लग रहा है। गुरुवार को दोपहर में भी एक ट्रक फंस जाने से जाम लग गया था। हालात इतने खराब है कि इस हिस्से में रोड पूरी तरह से खत्म हो गयी और एक दर्जन से अधिक बड़े-बड़े गड्ढे हैं और उनमें पानी भरा होने से गहरायी का अंदाजा नहीं होने से वाहन चालक वाहन तो डाल देते हैं, और फिर फंस जाते हैं। कीचड़ भी इतनी अधिक हो गयी है कि दुपहिया वाहन भी फंस रहे हैं। इस रोड से रेत से भरे डंपर अब भी निकल रहे हैं। इसके अलावा डोलरिया रोड और तरोंदा रोड के साथ ही रेलवे कालोनी नयायार्ड के अलावा ग्राम भट्टी, नयागांव, कलमेशरा आदि का आवागमन भी यहीं से होता है। ऐसे में अत्यधिक भार के कारण रोड में बड़े-बड़े गड्ढे हो गये हैं। दरअसल, दो बार रेलवे ने रोड बनवायी लेकिन, यह हिस्सा अब भी बनने से वंचित रह गया है। डामर की यह रोड इस बरसात में अत्यधिक खराब हो गयी है।
यूनियन नेता ने की अपील
वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्पलाइज यूनियन के प्रवक्ता प्रीतम तिवारी ने आज सोशल मीडिया पर अपील की है कि इटारसी के जागरूक नागरिक, रेलवे कर्मचारी, नयायार्ड की जनता इस रोड की स्थिति सुधार कराने सामने आये। पूर्व में जीआरपी थाने से राज टॉकीज तक की रोड के लिए रेलवे की मान्यता प्राप्त संगठनों ने कई बार चक्का जाम और पदयात्रा निकाली। कई बार ऐसा देखा गया कि कुछ मुद्दे ऐसे होते हैं जिसमें पहले वेस्ट सेंट्रल रेलवे एम्प्लाइज यूनियन आगे आती है और श्रेय लेने दूसरे संगठन भी आ जाते हैं। रोड की बदहाल स्थिति सब देख रहे हैं, नाला मोहल्ला ग्वाल बाबा से सैलानी बाबा की खस्ता रोड की हालत करीब 1 महीने से बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं। कई बार रेलवे कर्मचारी और इटारसी की जनता न्यू यार्ड की जनता वहां से आती जाती है और दुर्घटना का शिकार होती है। बारिश में 12 बंगला पुल और तीन पुलिया पुल पानी से भरा रहता है रेलवे कर्मचारी और आम जनता जाए कहां से? समस्या यह है की इस रोड से बड़े-बड़े नेता लोग आवागमन कर रहे हैं लेकिन कोई भी आगे आने और प्रशासन को जगाने अपनी आवाज उठाने के लिए सामने नहीं आ रहा है।
वेन संचालकों ने सुधारा था
कुछ दिन पूर्व स्कूली और सवारी टैक्सी में चलने वाली वेन संचालकों ने अपने जेब से पैसे लगाकर यहां ट्रालियों से मलबा लाकर रोड की मरम्मत की थी। लेकिन, भारी बारिश में वह मलबा भी बह गया। दरअसल, इस रोड पर रेत से भरे डंपर चौबीस घंटे गुजरते हैं। अन्य भारी वाहन जो डोलरिया रोड से आते हैं। गांवों से आने वाली ट्रालियोंं के अलावा जीप-कार, स्कूली बच्चों को लाने-ले जाने वाली बसें भी इसी मार्ग से गुजरती हैं जिनसे यह रोड लगातार खराब हो रही है। यदि इसका निर्माण हो जाए तो कई बरस तक इस समस्या से निजात मिल सकती है। बारिश में यहां डाला जा रहा मलबा ज्यादा दिन रुक नहीं सकता है।