इटारसी। दिसंबर 2022 के अंत में समता एक्सप्रेस की जनरल बोगी में यात्री से जहरखुरानी करने वाला बदमाश तीन माह बाद अंतत: जीआरपी के हत्थे चढ़ ही गया। बदमाश ने 24 दिसंबर 22 को कार्तिक जी. बाबूराव, 27 साल निवासी मंदिनीपुर पश्चिम बंगाल को चाय में नशीली दवा पिलाकर उसका सामान चुरा लिया था।
ट्रेन 12808 समता एक्सप्रेस के जनरल कोच में निजामुद्दीन से विशाखापट्टनम की यात्रा कर रहे कार्तिक जी. बाबूराव से यात्रा के दौरान 25-26 साल के दुबले पतले, आर्मी कट बाल रखे हुए लड़के ने कार्तिक से दोस्ती कर जान पहचान करके चाय में नशीली दवा मिलाकर पिला दिया। कार्तिक के अचेत होने पर पि_ू बैग में रखा लैपटाप, चार्जर, पेनड्राइव, डाटा कार्ड, पर्स जिसमे कागजात थे, सोने की अंगूठी, दो मोबाइल चोरी कर ले गया था। फरियादी ने घटना के संबंध में जीआरपी थाना आमला में रिपोर्ट की गयी थी, जहां से शून्य की डायरी प्राप्त होने पर थाना इटारसी में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया। आरोपी का पोट्रेट तैयार कराकर प्रसारण जगह-जगह किया गया। 22 मार्च 23 को विश्वस्त मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध व्यक्ति बस स्टैंड नर्मदापुरम में संदिग्ध हालत में एक लाल रंग का बैग लिए बैठा है। जो जहर खरानी में तैयार करवाए फोटो वाले आरोपी से मिलता जुलता दिख रहा है।
मामला अति गंभीर होने से वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी जीआरपी इटारसी बीर्भेदु व्यंकट टांडिया टीम के साथ बताए स्थान पर पहुंचे जहां एक संदिग्ध लड़का प्रोट्रेट जैसा हुबहू दिख रहा था, उसे घेरा बंदी कर पकड़ा गया। नाम पता पूछने पर अपना नाम दीपू जाटव पिता नबाव सिंह जाटव, उम्र 20 साल, निवासी ग्राम सोनी बिजली घर के पीछे थाना बिजौली तहसील मुरार ग्वालियर का रहने वाला बताया।
पूछताछ करने पर बताया कि फरियादी को चाय में नशीली दवा पीला कर उसने बेहोश कर दिया था और फरियादी का लैपटॉप, अंगूठी, मोबाइल, 18 हजार रुपए नगद और अन्य समान चोरी कर लिया था। आरोपी के कब्जे से अपराध का चोरी किया हुआ मोबाइल, सोने के अंगूठी, नशीली दवा का पत्ता जब्त करने और मुख्य आरोपी को दीपू जाटव को गिरफ्तार करने में जीआरपी इटारसी पुलिस को सफलता मिली है।
आरोपी से दो मोबाइल, सोने की अंगूठी, नशीली दवा का पत्ता जब्त किया गया। आरोपी को गिरफ्तार करने में निरीक्षक बीभेन्दु्र व्यंकट टांडिया, सहायक उपनिरीक्षक शेख मकसूद, प्रधान आरक्षक कृष्णकुमार यादव, मनोज त्रिपाठी, सुमित यादव, पवन कुमार, जीआरपी ग्वालियर के आरक्षक राहुल यादव, अनुज तोमर एवं सायबर सेल स संतोष पटेल की भूमिका सराहनीय रही।