बच्चों में सूर्यग्रहण देखने रहा उत्साह, शहर के गणमान्यजन भी पहुंचे

बच्चों में सूर्यग्रहण देखने रहा उत्साह, शहर के गणमान्यजन भी पहुंचे

इटारसी। न्यास कालोनी बायपास (Nyas Colony Bypass) के सोनासांवरी रेलवे गेट (Sonasawari Railway Gate) तिराहे पर आज शाम बच्चों, शिक्षकों, गणमान्यजनों, पत्रकारों, विभिन्न विभागों के अधिकारी और कर्मचारियों का मेला लगाया था। अवसर था, विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर द्वारा खगोलीय घटनाक्रम (Astronomical Events) सूर्यग्रहण (Solar Eclipse) का नजारा दिखाने का। सैंकड़ों की संख्या में सूर्यग्रहण का नजारा देखने इटारसी (Itarsi) और आसपास के ग्रामीण अंचलों ने लोग पहुंचे। शिविर में नेशनल अवार्ड (National Award) प्राप्त युवा आदित्य पाराशर ने वैज्ञानिक जानकारी दी। शिविर में एमएस नरवरिया ने सहयोग किया।

Solar Eclipse 2
यहां एक बड़े टेलिस्कोप (Telescope) में सोलर फिल्टर (Solar Filter) लगाकर, सोलर व्यूअर (Solar Viewer) की मदद से सूर्यग्रहण का अवलोकन कराया। साथ ही राजेश पाराशर सूर्यग्रहण सहित खगोलीय जानकारी सभी को दे रहे थे। वहां पहुंच रहे लोगों ने भी रुचि लेकर श्री पाराशर द्वारा दी जा रही जानकारी को सुना और ग्रहण किया। मौके पर प्रायवेट स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाएं, रेलवे कर्मचारियों के साथ पथरोटा थाना प्रभारी प्रवीण चौहान, परिवर्तन संस्था के अखिल दुबे सहित अनेक पत्रकार भी पहुंचे थे।

सुरक्षित दिखाने की व्यवस्था की थी

आंशिक सूर्यग्रहण की खगोलीय घटना को आम लोगों को सुरक्षित रूप से दिखाने केसला आदिवासी क्षेत्र में कार्यरत विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर ने इटारसी में अवलोकन शिविर का आयोजन किया। इस शिविर में बच्चों एवं आमलोगों ने वैज्ञानिक रूप से परीक्षित सोलर व्यूअर, सोलर फिल्टर की मदद से सूर्य के सामने चांद के आ जाने को देखा।

इतनी दूर था पृथ्वी से सूरज

राजेश पाराशर ने बताया कि आज सूर्य पृथ्वी से लगभग 14 करोड़ 87 लाख 68 हजार किमी दूर था। इसके सामने चांद आ गया जो कि पृथ्वी से लगभग 3 लाख 76 हजार किमी दूर था। अलग-अलग दूरी पर होने पर भी एक ही सीध में आ जाने से कुछ देर के लिये सूरज का लगभग 70 प्रतिशत भाग ही दिख रहा था। इसे आंशिक सूर्यगहण कहते हैं।

इतनी देर देखा गया ग्रहण

विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर ने बताया कि इटारसी में शाम 4 बजकर 43 मिनट पर जब सूर्य का एल्टयूड 13.2 डिग्री था तब ग्रहण दिखना आरंभ हुआ। शाम 5 बजकर 39 मिनिट पर सूर्य का एल्टीट्यूड 1.3 डिग्री था तब अधिकतम ग्रहण की स्थिति थी। इसके बाद ग्रहण की ही स्थिति में 5 बजकर 47 मिनट पर सूर्य अस्त हो गया। इसके साथ ही ग्रहण दिखना समाप्त हो गया। इस तरह ग्रहण 1 घंटे 03 मिनट तक दिखा।

 

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AUTHORRohit

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