पुत्रदा एकादशी के साथ सावन का चतुर्थ सोमवार व्रत

Post by: Rohit Nage

– अगस्त माह में बन रहे हैं भारी वर्षा के योग
इटारसी। श्रावण शुक्ल पक्ष पुत्रदा एकादशी (Putrada Ekadashi) सोमवार 8 अगस्त को रवि योग में सावन के चतुर्थ सोमवार व्रत के साथ मनाई जाएगी। पुत्रदा एकादशी के दिन भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की पूजा की जाती है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से संतान की प्राप्ति होती है और संतान को कष्टों से मुक्ति मिलती है। मां चामुंडा दरबार भोपाल (Maa Chamunda Darbar Bhopal) के पुजारी गुरू पं. रामजीवन दुबे के अनुसार श्रावण पुत्रदा एकादशी, सोमवार 08 अगस्त 2022 को है। एकादशी तिथि प्रारंभ 07 अगस्त, 2022 को सुबह 11 बजकर 50 मिनट से शुरू होगी और 08 अगस्त, 2022 को रात 09 बजे समापन होगा। व्रत पारण का समय 09 अगस्त, 2022 को सुबह 06 बजकर 07 मिनट से सुबह 08 बजकर 42 मिनट तक रहेगा।

पुत्रदा एकादशी महत्व-

मान्यता है कि पुत्र सुख की प्राप्ति के लिए पुत्रदा एकादशी व्रत रखा जाता है। जिन लोगों को संतान की प्राप्ति नहीं होती उनके लिए पुत्रदा एकादशी लाभकारी मानी जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस एकादशी का व्रत रखने से भगवान विष्णु की खास कृपा होती है।

एकादशी व्रत पूजा- विधि

  • सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि से निवृत्त हो जाएं।
  • घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
  • भगवान विष्णु का गंगा जल (Ganga Jal) से अभिषेक करें।
  • भगवान विष्णु को पुष्प और तुलसी दल (Tulsi Dal) अर्पित करें।
  • अगर संभव हो तो इस दिन व्रत भी रखें।
  • भगवान की आरती करें।
  • भगवान को भोग लगाएं।
इस बात का विशेष ध्यान रखें कि भगवान को सिर्फ सात्विक चीजों का भोग लगाया जाता है। भगवान विष्णु के भोग में तुलसी को जरूर शामिल करें। ऐसा माना जाता है कि बिना तुलसी के भगवान विष्णु भोग ग्रहण नहीं करते हैं। इस पावन दिन भगवान विष्णु के साथ ही माता लक्ष्मी (Mata Lakshmi) की पूजा भी करें। इस दिन भगवान का अधिक से अधिक ध्यान करें। शिवालयों में रूद्राभिषेक के साथ हर-हर महादेव (Har-Har Mahadev) के गूंजेंगे जयकारे। चतुर्थ सोमवार होने के कारण जगह-जगह पार्थिव शिवलिंग (Parthiv Shivling) की पूजा की जावेगी। भगवान विष्णु को शिवजी ने प्रसन्न होकर सुदर्शन चक्र प्रदान किया था। मंगल प्रदोष व्रत प्रदोष काल मुहूर्त 9 अगस्त 2022 को शाम 7:06 बजे से रात्रि 9:14 बजे तक पूजा होगी। मंगलवार होने के कारण हनुमान मंदिरों (Hanuman Temples) में भक्तों की भीड़ उमड़ेगी।

Leave a Comment

error: Content is protected !!