होशंगाबाद। किसान-कल्याण तथा कृषि विकास मंत्री कमल पटेल (Agriculture Development Minister Kamal Patel ) ने कहा कि प्रदेश सरकार खेती-किसानी को लाभ का धंधा बनाने के लिये कृत-संकल्पित है। इसके लिये सभी आवश्यक उपाय और प्रावधान किये जाएंगे। उन्होंने बताया कि नरवाई (Narwaai) से प्रदेश में कोयला बनाया जाएगा। इसका पायलेट प्रोजेक्ट (Paylate project) होशंगाबाद में प्रारंभ होगा। पटेल ने इस संबंध में बुधवार को मंत्रालय में बैठक आहूत कर अधिकारियों को कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश दिये।
बैठक में पटेल ने कहा कि नरवाई से कोयला बनने पर जहाँ एक ओर पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाया जा सकेगा, वहीं दूसरी ओर किसानों को आर्थिक लाभ प्राप्त होगा। बैठक में बताया गया कि बिजली और गैस की तुलना में कोयले से प्राप्त होने वाली ऊर्जा सस्ती होगी। किसानों को नरवाई को जलाने से मुक्ति मिलेगी। किसानों के आर्थिक सुदृढ़ीकरण में मदद मिलेगी। पटेल ने बताया कि पायलेट प्रोजेक्ट होशंगाबाद में लगाया जाएगा। बेहतर परिणाम मिलने पर इसे प्रदेश स्तर पर क्रियान्वित किया जाएगा। बैठक में संचालक, कृषि अभियांत्रिकी राजीव चौधरी (Agricultural Engineering Rajiv Chaudhary) एवं अन्य कृषि विशेषज्ञ मौजूद थे।