अब प्रसूतियो को नहीं जाना पड़ता जिला अस्पताल

अब प्रसूतियो को नहीं जाना पड़ता जिला अस्पताल

भोपाल। रायसेन जिले के मुड़िया खेड़ा गाँव के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (Primary Health Center) के सौर ऊर्जा (solar energy) से जगमगाने के बाद लोगों का जीवन ही बदल गया है। केन्द्र में 24 घन्टे बिजली (Bijli) की उपलब्धता से हर वक्त स्वास्थ्य सुविधायें सुनिश्चित होने के साथ बिजली का बिल भी शून्य हो गया है। सबसे बड़ी बात सह है कि पहले यहाँ एक भी प्रसूति (Maternity) नहीं होती थी। प्रसूति के लिये महिलाओं को सांची, सलामतपुर या जिला अस्पताल जाना पड़ता था। लेकिन सभी स्वास्थ्य सुविधायें उपलब्ध होने से अब गाँव ही नहीं आस-पास के सात गाँवों के लोग भी प्रसूति के लिये मुड़िया खेड़ा स्वास्थ्य केन्द्र (Mudia Kheda Health Center) आ रहे हैं। लोग बहुत खुश हैं। गाँव में ही इलाज मिलने से आने-जाने में होने वाला खर्च और परेशानी दोनों से ही निजात मिली है।

गाँव की प्रेमबाई, असगर, कुर्बान, अनारद का कहना है कि चौबीस घन्टे बिजली मिलने से अस्पताल में रोशनी तो रहती ही है उपकरण भी निरन्तर चल रहे हैं। गर्मियों में भी अब परेशानी नहीं होगी। स्वास्थ्य केन्द्र में 16 लाख रूपये की लागत से स्थापित सोलर सिस्टम से 8 किलोवॉट बिजली तैयार हो रही है। अस्पताल परिसर में नक्षत्र वाटिका बनाई गई है जिसमें 12 ग्रह और 27 नक्षत्र के आराध्य वृक्षों को आयुर्वेद के अनुसार रोपा गया है साथ ही यहाँ फलदार पौधे भी लगाये गये हैं।

उल्लेखनीय है कि मध्यप्रदेश में नवकरणीय ऊर्जा उत्पादन (Renewable energy generation) को प्राथमिकता देने की रणनीति मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) के पूर्व कार्यकाल में प्रारंभ हुई। आज सौर ऊर्जा उत्पादन में मध्यप्रदेश देश में अग्रणी स्थान पर है। प्रदेश के औद्योगिक विकास के लिये सौर ऊर्जा को बढ़ावा दिया जा रहा है। रायसेन जिले के मण्डीदीप में 400 औद्योगिक ईकाइयों के लिये 32 मेगावाट क्षमता की सोलर रूफ टॉप परियोजनाओं पर कार्य किया जा रहा है। इससे उद्योगों को सस्ती बिजली मिलने से औद्योगिक क्षेत्र में विकास को गति मिलेगी।

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