बनखेड़ी। स्वास्थ्य विभाग(health Department) से नेत्र सहायक सुधा सोनी(Eye assistant sudha soni) के द्वारा नेत्रदान के लिए नागरिकों से फार्म भरवाए गए। साथ ही नेत्रदान के लिए अपील भी की। उन्होंने जनता को ज्यादा से ज्यादा इस महादान में आगे आने के लिए जागरूक किया। डॉ. प्रियंका साहू(Dr. Priyanka Sahu) ने बताया कि नेत्रदान को लेकर जनता के अंदर बहुत भ्रम और डर की स्थिति है। इसे दूर करने के लिए उन्हें जागरूक करने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष देश में 10 से 12 लाख लोग दृष्टिहीन होते हैं। जबकि नेत्रदान दाता 40 से 60 हजार तक ही होते हैं। डॉ. साहू ने बताया कि नेत्रदान में केवल एक झिल्ली नुमा बाहरी लेयर जिसे कार्निया(Cornea) कहा जाता है, जिसका प्रत्यारोपण किया जाता है।