मुंबई। मध्य रेल मुख्यालय, मुंबई छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (Central Railway Headquarters, Mumbai Chhatrapati Shivaji Maharaj Terminus) में रामधारी सिंह ‘दिनकर’ जयंती (Ramdhari Singh ‘Dinkar’ Jayanti) समारोह संपन्न हुआ।
मुख्यालय राजभाषा विभाग (Headquarters Department of Official Language) द्वारा 14 से 28 सितम्बर तक आयोजित हिंदी पखवाड़े के एक भाग के रूप में आज हिंदी के सुप्रसिद्ध साहित्यकार रामधारी सिंह ‘दिनकर’ की जयंती (Writer Ramdhari Singh ‘Dinkar’ birth anniversary) का आयोजन किया गया।
इस जयंती समारोह में हिंदुस्तानी प्रचार सभा, चर्नी रोड, मुंबई के निदेशक संजीव निगम उपस्थित थे। कार्यक्रम के प्रारंभ में उप महाप्रबंधक (राजभाषा) विपिन पवार (Deputy General Manager (Official Language) Vipin Pawar) द्वारा दिनकर जी के बारे में अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि दिनकर जी का संपूर्ण साहित्य कालजयी है। उनकी शब्द और वाक्य रचना को जब हम पढ़ते हैं तो उसमें चमत्कारिता का अनुभव होता है।
उनके द्वारा लिखित रचना ‘उर्वशी’ पढ़ने पर उनके द्वारा चयन किए गए एक-एक शब्द को जब हम पढ़ते हैं तो अहसास होता है कि कोई प्रतिभाशाली कवि ही शब्दों के सामर्थ्य को समझ सकता है और मोतियों की माला की तरह शब्दों को पिरोता है।
कार्यक्रम के अगले चरण में उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों के सामने ‘दिनकर’ जी के कृतित्व के बारे में अपने विचार रखते हुए विशिष्ट अतिथि संजीव निगम ने कहा कि दिनकर जी के साहित्य को इतनी सीमित अवधि में आपके सामने रख पाना मुश्किल है। उन्होंने चरण-दर-चरण दिनकर जी के कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए उनकी साहित्य संपदा के बारे में संक्षेप में आलेख प्रस्तुत किया। उन्होंने सभी उपस्थितों को साहित्य से जुड़े रहने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि दिनकर जी का साहित्य हमारे अंदर देश के प्रति समर्पण की भावना को जगाता है।
इस संगोष्ठी में मुख्यालय के विभिन्न विभागों के अधिकारी तथा कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में राजभाषा अधिकारी (मुख्यालय) (Official Language Officer (HQ) द्वारा सभी उपस्थितों के प्रति आभार व्यक्त किया गया।