हृदय में ईश्वर का चिंतन तभी होगा जब अंत:करण पवित्र हो

हृदय में ईश्वर का चिंतन तभी होगा जब अंत:करण पवित्र हो

इटारसी। ग्राम बिछुआ में चल रही श्रीमद् भागवत कथा का आज समापन हो गया। इस अवसर पर कथावाचक प्रदीप शर्मा ने कहा कि जीवन की इस अपाधापी में हमारे हृदय में निरंतर ईश्वर का चिंतन हो, इसके लिए आवश्यक है कि हमारा अंत: करण पवित्र हो।

पं. आशीष दुबे एवं पूर्वजों की स्मृति में भागवत महापुराण मूल पाठ का आयोजन ग्राम बिछुआ में कलश यात्रा के साथ 24 मई से प्रारंभ हुआ जो सात दिन चला। पं. प्रदीप शर्मा बीना वाले के मुखार बिंद से सात दिन चली कथा में सैकड़ों धर्म प्रेमी जनता ने लाभ लिया।

ग्राम बिछुआ पहुंचे श्रीमद् भागवत एवं शिव पुराण के वक्त पं. सौरभ दुबे के निज निवास बिछुआ में सर्वधर्म सद्भावना समिति के संरक्षक बशारत खान तवा नगर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदेश महामंत्री प्रदीप दुबे रूपापुर, राष्ट्रीय विप्र एकता मंच संभागीय अध्यक्ष अंकित दुबे, सौरभ दुबे, वैभव दुबे, ऋषभ दुबे ने प्रदीप शर्मा का स्वागत किया। कथा समापन में भंडारे का आयोजन किया गया।

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AUTHORRohit

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