मप्र की सबसे ऊंची चोटी से किया नववर्ष के सूर्य का इस्तकबाल

मप्र की सबसे ऊंची चोटी से किया नववर्ष के सूर्य का इस्तकबाल

इटारसी। नागरिकों ने नये वर्ष के सूर्य का इस्तकबाल आज पौ फटने के वक्त मध्यप्रदेश की सबसे ऊंची चोटी धूपगढ़ से किया। जिला प्रशासन ने नये वर्ष के स्वागत में सतपुड़ा की रानी पचमढ़ी में नवरंग का आयोजन किया है। इसी के अंतर्गत कई आयोजन हुए।

आज रविवार, 1 जनवरी 2023 का सूर्य जब निकला तो सैंकड़ों सैलानी मध्य भारत की सबसे ऊंची चोटी धूपगढ़ पर थे और नूतन वर्ष के प्रथम सूर्योदय का स्वागत करने को आतुर थे। नये साल के पहले दिन की शुरुआत सैलानियों ने सूर्य वंदना, सूर्य नमस्कार के माध्यम से की। जिला प्रशासन नर्मदापुरम और आयुष विभाग द्वारा यहां योगा गतिविधि का आयोजन किया गया। सैलानियों ने प्रकृति की गोद में योगा करके खुद के स्वास्थ्य के प्रति सजगता दिखाई और इस तरह सके आयोजन के लिए जिला प्रशासन का धन्यवाद भी दिया।

आधी रात को आतिशबाजी

नये वर्ष के स्वागत के लिए आतुर युवा और बच्चों ने आधी रात को जब घड़ी की दो सुईयों का मिलन हुआ, जमकर आतिशबाजी की। आसमान पर पटाखों की गूंज और रंग-बिरंगी आतिशबाजी दिखाई देने लगी। कोरोना के दर्दभरे वक्त को पीछे छोड़ते हुए लोगों के इसे खुशी के एक अवसर के रूप में लिया और जमकर नववर्ष का जश्न मनाया। सड़कों पर घूमते, एकदूसरे को नववर्ष की शुभकामनाएं देते लोग नजर आये। रात में नववर्ष के जश्न में कोई खलल न हो, इसके लिए पुलिस की गाडिय़ां भी लगातार गलियों में सायरन बजाते हुए गश्त करती रहीं। कई जगह देर रात को घूमने वाले अतिउत्साही युवाओं को समझाकर घर भी भेजा।

टूरिस्ट स्पाट बने मंदिर और जंगल

नववर्ष के स्वागत में लोगों ने जंगल और मंदिरों को पर्यटन स्थल बना दिया। आज पहली जनवरी को सुबह से ही शहर के प्रसिद्ध देवी धाम और देवालयों में भक्तों का तांता लगा रहा। कई लोगों ने मंदिर में अल सुबह पहुंचकर भगवान से बीते वर्ष की अपेक्षा नये वर्ष में सुख-समृद्धि सफलता और शांति की कामना की। लोगों का श्री बूढ़ी माता मंदिर, श्री स्वप्रेश्वर मंदिर, श्री हनुमानधाम मंदिर, खेड़ापति मंदिर, बड़ा मंदिर सहित आसपास के जंगलों में श्री शरददेव, तिलकसिंदूर, चौसाबी बाबा स्थल पर पहुंचना भी शुरु हो गया है। यहां दिनभर पिकनिक का दौर भी चलेगा।

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AUTHORRohit

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