इटारसी। शासकीय कन्या महाविद्यालय में आज प्राणीशास्त्र विभाग द्वारा विश्व पृथ्वी दिवस पर पृथ्वी का महत्व तथा उसके संसाधनों का संरक्षण विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। पृथ्वी दिवस पर जागरूकता रैली का आयोजन किया गया, जिसमें पृथ्वी को बचाने, पर्यावरण को सुरक्षित रखने का सुझाव दिया गया। इस अवसर पर भाषण एवं पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. आरएस मेहरा ने कहा कि पर्यावरण की चुनौतियों जैसे क्लाइमेट चेंज ग्लोबल वार्मिंग, प्रदूषण और जैव विविधता संरक्षण के लिए प्रयास करने और जागरुक करने हेतु पृथ्वी के महत्व को समझने और पर्यावरण संरक्षण और पृथ्वी को बचाने का संकल्प लेने के लिए पृथ्वी तथा उसके संसाधनों का संरक्षण अति आवश्यक है। प्राणीशास्त्र विभागाध्यक्ष डॉ. संजय आर्य ने बताया कि इस वर्ष विश्व पृथ्वी दिवस की थीम है पृथ्वी दिवस 2024 का विषय ग्रह बनाम प्लास्टिक है, जो ‘मानव और ग्रह स्वास्थ्य की खातिर’ प्लास्टिक के अंत का आह्वान करने की प्रतिबद्धता है। थीम का प्रस्तावित लक्ष्य 2040 में प्लास्टिक के उत्पादन को 60 प्रतिशत तक कम करना और अंत: प्लास्टिक मुक्त भविष्य का निर्माण करना है।
यह थीम हमें हमारे स्वास्थ्य, हमारे परिवारों, हमारी आजीविका की रक्षा करने के लिए एकजुट होकर इस ग्रह में निवेश करने के लिए प्रोत्साहित करती है, क्योंकि हरा-भरा भविष्य एक समृद्ध भविष्य है। पृथ्वी हमारी धरोहर है, इसकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है। पृथ्वी को हरा-भरा बनाने के लिए हम सभी को मिलकर प्रयास करना चाहिये। आईक्यूएसी प्रभारी डॉ. हरप्रीत रंधावा ने अपने उद्बोधन में कहा कि इस दिन को मनाने का मकसद है, लोग पृथ्वी के महत्वा को समझें और पर्यावरण को बेहतर बनाए रखने के प्रति जागरूक हों, साथ ही करोड़ों लोग मिलकर पृथ्वी से जुड़ी पर्यावरण की चुनौतियां जैसे क्लाइमेट चेंज, ग्लोबल वार्मिंग, प्रदूषण और जैवविविधता संरक्षण के लिए प्रयास करने में और जागरुक हों। यही वजह है कि इस दिन पर्यावरण संरक्षण और पृथ्वी को बचाने का संकल्प लिया जाता है।
इस अवसर पर डॉ. हरप्रीत रंधावा, मंजरी अवस्थी, डॉ. संजय आर्य, डॉ. हर्षा शर्मा, डॉ. शिखा गुप्ता, पूनम साहू, डॉ. शिरीष परसाई, डॉ. श्रद्धा जैन, डॉ. नेहा सिकरवार, प्रिया कलोसिया, क्षमा वर्मा, शोभा मीना, हेमंत गोहिया, तरुणा तिवारी, करिश्मा कश्यप एवं छात्राएं उपस्थित थीं।