प्रमोद गुप्ता सारनी
लगातार हो रही बारिश के बाद भी सतपुड़ा जलाशय पेट नहीं भर पाया है। सारनी और आसपास के क्षेत्रों में 16 मिलीमीटर बारिश होती है, लेकिन 8 अगस्त बीत जाने के बाद भी अभी तक 472 मिलीमीटर बारिश ही दर्ज हो पाई है। ऐसे में नगरपालिका क्षेत्र में जल संकट उत्पन्न होने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। बताया जाता है कि मार्च के बाद नगरपालिका क्षेत्र में जल संकट गहरा जाता है, लेकिन इस बार यदि अनुपात के अनुरूप बारिश नहीं होती है, तो नवंबर के बाद से ही सारनी नगरपालिका क्षेत्र के वार्डों में जल संकट गहरा जाएगा। बारिश कम होने से जल संकट की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। इससे निपटने प्रशासन ने अभी कोई भी वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की है। जो चिंता का विषय बना हुआ है बताया जाता है कि सतपुड़ा जलाशय में वर्तमान समय में 1431 फीट पानी का स्टॉप बना हुआ है। यदि बारिश नहीं हुई तो क्षेत्र में जल संकट की आहट नवंबर दिसंबर से ही शुरु हो जाएगी।