होशंगाबाद के दो आरोपी में से एक आरोपी बाबई का निवासी है
होशंगाबाद। जिला शिवपुरी की बामौरकलॉ पुलिस ने जिन तीन बाइक चोरों को पकड़ा है, उनमें से एक आरक्षक निकला जो अपने साथी पुलिस कर्मियों की बाइक किसी काम से मांगकर पहले तो उनकी चाबियां बनवाता था और बाद में बाइक वापस करके डुप्लीकेट चाबियों से बाइक उड़ा लेता था। पुलिस ने होशंगाबाद पुलिस की सूचना पर इन तीनों बाइक चोरों को गिरफ्तार किया है। पुलिस अधीक्षक ने आरक्षक को निलंबित कर दिया है।
टीआई विक्रम रजक के अनुसार पुलिस कंट्रोल रूम जिला होशंगाबाद द्वारा सूचना दी गई कि एक आरोपी संदेही जिला होशंगाबाद से 150 सीसी पल्सर बाइक चोरी करके भागा है जिसकी अंतिम लोकेशन चंदेरी के पास पता चली है। सूचना पर से थाना प्रभारी बामौरकला उपनिरीक्षक रामेंद्र सिंह चौहान ने वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में चंदेरी बामौरकला रोड पर चेकिंग लगवाई। चेकिंग के दौरान रात्रि में एक बिना नंबर की 150 सीसी पल्सर बाइक पर 3 लोग सवार होकर आते दिखे। जिन्हें रोककर पूछताछ की गई तो उन्होंने होशंगाबाद से आना एवं मुरैना तरफ किसी काम से जाना बताया। थाना प्रभारी बामौरकला ने उक्त सूचना की तस्दीक गाड़ी के चेसिस नंबर एवं इंजन नंबर लेकर जिला होशंगाबाद के थाना कोतवाली से की गई तो पता चला कि उक्त आरोपी संदेही ही है, जो होशंगाबाद के थाना कोतवाली के अपराध क्रमांक 334/20 में उक्त बाइक को चोरी करके लाया है।
थाना प्रभारीने तस्दीक होने पर तीनों लोगों को गिरफ्तार कर नाम पते पूछे तो उन्होंने अपने नाम सुरेश कुशवाह पुत्र रामदीन कुशवाह उम्र 29 वर्ष निवासी रून्द का पुरा थाना रिठौराकलां जिला मुरैना, कल्याण कुशवाह पुत्र रामजीलाल कुशवाह उम्र 24 वर्ष निवासी रामसिंह का पुरा गांव कलुआ थाना नूरवाद जिला मुरैना और दीपक अहिरवार पुत्र विष्णू प्रसाद अहिरवार उम्र 21 वर्ष निवासी गांव बुधवारा थाना बाबई जिला होशंगाबाद का होना बताया, जिनके कब्जे से एक पल्सर मोटरसाइकिल 150 सीसी क्रमांक एमपी 47 एमके 9343 ब्लैक कलर, एक एलसीडी सैमसंग कंपनी की स्टैंड सहित एक बूस्टर जब्त किया गया। यह एलसीडी उसने एक महिला आरक्षक के यहां से चुरायी थी तथा पल्सर आरक्षक सुमित काजवे की थी जो पुलिस लाइन से चोरी हुई थी। इसके बाद से ही आरोपी आरक्षक सुरेश कुशवाह पुलिस लाइन और ड्यूटी पर नहीं पहुंचा था। सीसीटीवी कैमरों के फुटेज खंगाले गये तो सुरेश भोपाल तिराहे के पास लगे कैमरों में सुमित की पल्सर पर दिखाई दिया था। इसके बाद ही मोबाइल लोकेशन के आधार पर उसे बामौरकलॉ पुलिस ने दो अन्य साथियों के साथ पकड़ा। कार्यवाही में थाना प्रभारी बामोरकला रामेंद्र सिंह चौहान, एएसआई कल्याण सिंह कुशवाहा, आरक्षक राधेश्याम, नंदकिशोर एवं धर्मेन्द्र की सराहनीय भूमिका रही।