एसडीएम की रेत माफियाओं से पार्टनरशिप है : विधायक

विधायक के पास कोई तथ्य होंगे तो टिप्पणी करुंगा : एसडीएम
इटारसी। विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा ने शुक्रवार को रेस्ट हाउस में आयोजित पत्रकार वार्ता में एसडीएम हरेन्द्र नारायण पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं। हालांकि हर आरोप का एसडीएम ने भी जवाब दिया है।
रेस्ट हाउस में विधायक जलसंरक्षण योजना की जानकारी देने के लिए बुलायी पत्रकार वार्ता में विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा ने पूरी योजना की जानकारी देने के बाद एसडीएम हरेन्द्र नारायण पर भी पेयजल के मामले में गंभीर नहीं होने, रेत माफियाओं से सांठगांठ, अतिक्रमण के मामले में भेदभाव सहित कई आरोप लगाए हैं। उनका कहना था कि एसडीएम उनकी बुलाई बैठकों से परहेज करते हैं, जब वे शहर में नहीं होते तब स्वयं बैठक लेते हैं, आज भी जलसंरक्षण की बैठक में वे बुलाने के बावजूद नहीं आये।
विधायक ने कहा कि अतिक्रमण के मामले में वे मंदिरों को नोटिस दे रहे हैं, जबकि शहर में अपराधी किस्म के लोगों के अतिक्रमण हैं, उनको हटाने में रुचि नहीं लेकर अपराधियों के सहयोग से प्रशासन चला रहे हैं। शाम को उनके आफिस में अपराधी किस्म के लोग आकर उनके साथ बैठते हैं। डॉ. शर्मा ने कहा कि वे कलेक्टर से मांग करेंगे कि एसडीएम आफिस में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं। विधायक ने कहा कि एनजीटी के आदेश हैं कि 30 जून तक रेत निकालकर बेची जा सकती है, उसका भंडारण नहीं किया जा सकता है, लेकिन एसडीएम इस आदेश के बावजूद डांडीवाड़ा और ग्वाड़ी में रेत के भंडारण पर कार्रवाई नहीं कर रहे हैं। यहां एसडीएम के संरक्षण में यह सब चल रहा है। उन्होंने कहा कि एसडीएम की रेत माफियाओं से पार्टनरशिप है।



एसडीएम ने दिये ये जवाब

इस मामले में एसडीएम हरेन्द्र नारायण से जब प्रतिक्रिया जाननी चाही तो उन्होंने कहा कि वे अपने आफिस में आने वालों का पुलिस वैरीफिकेशन नहीं कराते हैं, यहां तो जो अपनी समस्या लेकर या आवेदन लेकर आता है, उसकी समस्या सुनना और निराकरण करना उनका काम है। रेत माफियाओं पर कार्रवाई संबंधी आरोपों पर उन्होंने कहा कि मेरी रिपोर्टिंग कलेक्टर और कमिश्रर को होती है, एसडीएम के अलावा खनिज विभाग भी कार्रवाई करता है। जहां तक उनके पत्रों के जवाब का प्रश्न है, मैंने अपने अधीनस्थों से प्रतिवेदन मांगा है, जब मिलेगा तो जवाब भी दे देंगे। मीटिंग में शामिल नहीं होने पर उनका कहना था कि उनको दो दिन पूर्व मीटिंग की सूचना मिली हैं, उनका काम रोस्टर के अनुसार होता है, रोस्टर की अनदेखी नहीं कर सकता। आज भी स्कूलों का निरीक्षण करने जाना था। मंदिरों को नोटिस के सवाल पर उन्होंने कहा कि मुझे याद नहीं कि ऐसा कोई नोटिस दिया था, विधायक स्वयं बता सकते हैं। घर में एसी लगाने के आरोप पर कहा कि मुझे नहीं पता कि घर में एसी लगवाने के लिए विधायक से अनुमति लेनी होती है। रेत माफियाओं से पार्टनरशिप पर कहा कि यदि उनके पास तथ्य होंगे तो कोई टिप्पणी कर सकूंगा। जहां तक सीसीटीवी कैमरों की बात है, कलेक्टर चाहें तो लगवा दें, मुझे कोई एतराज नहीं है।

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