इटारसी। डोलरिया के बांस डिपो में गुरुवार को दोपहर नरवाई से डिपो में रखे बांस में भीषण आग लग गयी। आगजनी की इस घटना में लाखों रुपए के बांस जलने का अनुमान है। हालांकि विभागीय अधिकारी अभी नुकसान की ठीक जानकारी नहीं बता पा रहे हैं। आग की घटना के बाद तीन दमकलों की मदद से आग पर काबू पाया गया।
खेतों में लगाई जा रही नरवाई की आग अब भी थमी नहीं है। करीब आधा दर्जन से अधिक मौतों के बावजूद किसानों ने नरवाई में आग लगाना बंद नहीं किया है। गुरुवार को नरवाई में लगी आग डोलरिया के बांस डिपो में पहुंच गयी और यहां रखे बांस जल उठे। हवा के साथ तेज होती आग को बुझाने के लिए डिपो प्रबंधन को दमकल बुलानी पड़ी और तीन दमकलों की मदद से आग पर काबू पाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार डिपो से सटे खेत में नरवाई की आग लगी थी जो न जाने कब डिपो तक पहुंच गयी और आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। वनकर्मियों ने ग्रामीणों की मदद से आग बुझाने का प्रयास किया लेकिन ये प्रयास नाकाफी थे। होशंगाबाद, सिवनी मालवा और इटारसी में दमकल को खबर की। करीब पौने तीन घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया। मौके पर मौजूद वनकर्मी श्रवण कुमार ने बताया कि वह डिपो में मौजूद नहीं था। गांव में गया था, जहां एक राहगीर ने उसे घटना की सूचना दी।
इधर शाम 6 बजे वन विभाग के एसडीओ ने घटना स्थल का परीक्षण किया और संबंधित टीम को नुकसान का आकलन करने के लिए तैनात किया है। वन परिक्षेत्र अधिकारी रामकुमार ने बताया कि नुकसान की फिलहाल जानकारी नहीं है। आकलन चल रहा है, उसके बाद ही पता चलेगा कि कितना नुकसान हुआ है। बता दें कि डोलरिया में सिवनी मालवा परिक्षेत्र का बड़ा बांस डिपो है जहां लाखों रुपए के बांस रखे जाते हैं जो देवास और नेपानगर भेजे जाते हैं। इन्हीं बांस में गुरुवार को भयंकर आग लगी थी।