इटारसी। दो दिन पूर्व इटारसी निवासी ट्राइडेंट (Trident, Budni) की एक महिला कर्मचारी नर्मदा ब्रिज (Narmada Bridge) पर एक कंटेनर से टकराकर दुर्घटना का शिकार हुई थी, उसकी बीती रात गंभीर अवस्था में भोपाल ले जाते वक्त मौत हो गयी। युवती का उपचार नर्मदा अपना अस्पताल होशंगाबाद (Narmada Apna Hospital, Hoshangabad) में चल रहा था, और उसे भीतरी चोट होने से शल्य क्रिया के लिए भोपाल ले जाया जा रहा कि रास्ते में उसने दम तोड़ दिया।
नर्मदा अस्पताल प्रबंधन से जुड़े मनोज सारन (Manoj Saran) ने बताया कि इटारसी के सुदामा मैरिज हाल (Sudama Marriage Hall, Old Itarsi) के पीछे पुरानी इटारसी में रहने वाली भारती (Bharti Parte) पिता भगवान दास परते 22 वर्ष ट्राइडेंट की कर्मचारी थी जो बुदनी से होशंगाबाद लौट रही थी कि नर्मदा पुल पर एक कंटेनर ने टक्कर मार दी। युवती को तत्काल सर्जरी की आवश्यकता थी। उसे सर्जरी के लिए भोपाल ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गयी।
यहां एक बड़ा सवाल यह है कि बुदनी में ट्राइडेंट फैक्ट्री के पहले भी कुछ कर्मचारी सड़क दुर्घटना का शिकार हुए हैं। होशंगाबाद जिले से बड़ी संख्या में कर्मचारी ट्राइडेंट में काम करने बाइक से आते-जाते हैं और दुर्घटना का शिकार होते हैं। इस बड़ी कंपनी में कर्मचारियों के लिए कोई बस आदि की सुविधा क्यों नहीं दी जाती? कम से कम होशंगाबाद, इटारसी जैसे शहरों तक बस सेवा प्रारंभ की जाए तो आसपास के लोग ट्रेन या बस के माध्यम से इन शहरों तक पहुंचकर यहां से फैक्ट्री तक तो जा ही सकते हैं।