इटारसी। रेस्ट हाउस परिसर में लगे एक पुराने पीपल के वृक्ष में शुक्रवार को सुबह एक तोता फंस गया था और अपने प्रयासों से निकल नहीं पा रहा था। उसके पैर पीपल की शाखा में लिपटे धागे में फंस गया था। दरअसल, सुबह तोते का एक झुंड पीपल पर आकर बैठा था। शेष तोते तो उड़ गये लेकिन, एक का पैर धागे में फंस गया और वह चाहकर भी नहीं निकल सका। आखिरकार शहर के कुछ पक्षी प्रेमियों ने वृक्ष पर चढ़कर उसे निकालकर आजाद किया।
ईश्वर की नजर में पशु, पक्षी, इनसान सब एक हैं। मानव को भी वह स्वभाव दिया है कि कोई मुसीबत में हो तो उसकी मदद की जाए। ऐसा ही एक उदाहरण शुक्रवार की सुबह करीब 8 बजे रेस्ट हाउस परिसर में लगे पीपल के वृक्ष के पास देखने को मिला। दरअसल, यहां पेड़ पर लिपटे धागे में एक तोते का पैर फंस गया था और उसे यहां मौजूद हॉकी खिलाडिय़ों और लोडिंग आटो वाहन चालकों ने मिलकर सामूहिमक प्रयासों से निकालकर आजाद किया। दरअसल, तोता जब प्रयास कर रहा था और निकल नहीं पा रहा था तो काफी चिल्ला रहा था। इस बीच उसकी पीड़ा को यहां वरिष्ठ हॉकी खिलाड़ी शफीक खान ने समझा और तत्काल गांधी स्टेडियम में जाकर हॉकी का अभ्यास कर रहे अपने साथी खिलाडिय़ों कन्हैया गुरयानी और अन्य को बुलाया। सभी ने तोते को निकालने का सामूहिक प्रयास किया। काफी देर तक जब उनको सफलता नहीं मिली तो कॉन्वेंट चर्च के सामने वेल्डिंग का काम करने वाले मोहम्मद जमील, गुड्डू भाईऔर संजू भाट को बुलाया। यह तीनों पीपल के इस बड़े पेड़ पर चढ़े और अपनी जान जोखिम में डालकर उस तोते की जान बचायी।
तोते को बचाने के इस आपरेशन में शामिल पक्षी प्रेमियों से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि हमने केवल मानव धर्म का पालन किया है और पर्यावरण के विकास में पक्षियों की भी महती भूमिका होती है। लेकिन, धीरे-धीरे पक्षियों की संख्या कम हो रही है। अत: जितने भी पक्षी वर्तमान में हैं, उन्हें संरक्षित करना भी हमारा कर्तव्य है।