इटारसी। केन्द्र की भाजपा नीत मोदी सरकार पार्ट-2 का पहला बजट शुक्रवार को लोकसभा में पेश किया गया। बजट की जहां सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं ने सराहना की है वहीं विपक्ष ने आलोचना। बुद्धिजीवी वर्ग ने इसे संतुलित बजट कहा है।
भाजपा की नयी केन्द्र सरकार का पहला बजट अभूतपूर्व तैयारियों के साथ केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में पेश किया। वित्तमंत्री द्वारा प्रभावशील ढंग से शेरो शायरी के साथ बजट को पढ़ा जा रहा था। तब संसद में प्रधानमंत्री सहित लोकसभा के सदस्य मेजें थपथपा रहे थे। यह देश की जनता को अहसास करा रहे थे कि यह ऐतिहासिक बजट है जिससे देश आर्थिक तरक्की की ओर अग्रसर होगा। देश का सर्वहारा वर्ग लाभान्वित होगा। उपरोक्त बजट पर देशभर में अलग-अलग प्रतिक्रियाएं मिल रही है।
इटारसी में भी भाजपा-कांग्रेस की अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही है।
नगर भाजपा के अध्यक्ष नीरज जैन का कहना है कि यह एक शानदार बजट है जिसमें सर्वहारा वर्ग की आर्थिक उन्नति के साथ ही पर्यावरण, विकास को भी समाहित किया गया है।
कांग्रेस के नगर अध्यक्ष पंकज राठौर का कहना है कि मोदी सरकार के इस बजट में न तो देश की सुरक्षा के लिए कोई प्रावधान है और ना ही बेरोजगारी को दूर करने के लिए कुछ है। उन्होंने कहा कि आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट जो बजट से पहले प्रस्तुत की जाती है उसमें सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार सुब्रमण्यम ने काल्पनिक, सुहाने सपने दिखाये पर वो सपने पूरे कैसे होंगे इस पर कोई ठोस बात नहीं की।
मप्र कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता राजकुमार केलू उपाध्याय ने केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तुत बजट को पूरी तरह आमजन के लिए निराशाजनक और आम जनता का विरोधी बजट बताया है। उन्होंने कहा कि मध्यम वर्ग को किसी भी तरह की राहत नहीं दी गई। देश के सामान्य आयकर दाताओं को किसी भी तरह की राहत ना प्रदान कर यह दिखा दिया कि वह करदाताओं की कितनी बड़ी हितैषी है। वहीं दूसरी ओर डीजल पेट्रोल पर एक्साइज ड्यूटी बढ़ाकर महंगाई के दौर से गुजर रही देश की आम जनता को और महंगाई के गर्त में ढकेल दिया है। महिला वर्ग के लिए सोने पर महंगाई और भारी पड़ेगी।
भाजपा नेता और पार्षद राकेश जाधव ने कहा कि केंद्र सरकार का बजट गरीब और किसानों सहित जनहितैषी बजट जो देश की तरक्की की नई राह लिखेगा। बजट से गरीब, किसान, छोटे व्यापारी सभी लाभान्वित होंगे। राजा महाराजाओं की पार्टी कांग्रेस दुखी है। श्री जाधव ने कहा प्रधानमंत्री आवास के लिए बजट जिससे 1.95 करोड़ घर बनाने का लक्ष्य है, वहीं जीरो बजट खेती पर जोर सहित छोटे व्यापारियो को आसानी से लोन दिलाने वाली मोदी सरकार जनता की उम्मीद पर खरी उतर रही है।
शहर के सीए अमन अग्रवाल का मानना है कि इस बजट में कोई लोक लुभावन बात नहीं है। इसे ओवरआल ठीक ही कहा जा सकता है।