बाहरी के नाम पर किया था विरोध, अब पता चला फिर बाहरी जीता

Post by: Manju Thakur

नगरी निकाय चुनाव में परप्रांतियों का खूब हुआ विरोध
प्रमोद गुप्ता
सारणी। नगरी निकाय चुनाव में भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों दल को पर प्रांतीय नेताओं की वजह से नुकसान उठाना पड़ा क्षेत्र की जनता ने भी कांग्रेस भाजपा दोनों को दरकिनार कर के निर्दलीय प्रत्याशी को विजयी बनाया।
आश्चर्य की बात तो यह है कि नगरपालिका क्षेत्र के मतदाताओं ने यूपी और बिहार के कुछ नेताओं के चक्कर में आकर कांग्रेस और भाजपा को पटकनी देकर निर्दलीय प्रत्याशी को विजय बनाया लेकिन निर्दलीय प्रत्याशी की विजय होते ही नगर पालिका क्षेत्र के मतदाताओं के पैर के नीचे से जमीन खिसक गई, जब उन्हें पता चला कि निर्वाचित नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती आशा महेंद्र भारतीय उत्तर प्रदेश के मऊ की रहने वाली हैं। ऐसे में नगरपालिका क्षेत्र की मतदाता अपने को ठगा महसूस कर रहे हैं। परप्रांतीय नेता गिरीश से मुक्ति पाने के उद्देश्य से ही क्षेत्र के मतदाताओं ने भाजापा की स्थानीय प्रत्याशी श्रीमती आरती झरबड़े और कांग्रेस की प्रत्याशी श्रीमती प्रियंका बलराम को पटकनी दी लेकिन परिणाम सामने आते ही क्षेत्र की जनता अपने आप को ठगा महसूस कर रही है।
7 सितंबर के बाद हो सकता है शपथ समारोह
नगरी निकाय चुनाव में 11 अगस्त को मतदान और 16 अगस्त को गिनती होने के बाद निर्दलीय प्रत्याशी आशा महेंद्र भारतीय विजय हुई। अब शपथ समारोह को लेकर अटकलें लगाई जा रही हैं। बताया जाता है कि मुख्य नगरपालिका अधिकारी पवन कुमार राय ने कलेक्टर शशांक मिश्रा को प्रतिवेदन तैयार करके भेज दिया है। 7 सितंबर को शपथ समारोह के लिए समय मांगा है। यदि बुधवार को कलेक्टर प्रतिवेदन पर हस्ताक्षर करते हैं तो 7 सितंबर को शपथ समारोह होगा नहीं तो यह शपथ समारोह 11 सितंबर के बाद होगा जिसको लेकर नगर पालिका के माध्यम से तैयारियां की जा रही है।

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