भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ ने दिया सांकेतिक धरना

Post by: Manju Thakur

प्रमोद गुप्ता
सारणी। वेस्टर्न कोलफील्ड लिमिटेड पाथाखेड़ा की भूमिगत खदानों में काम करने वाले कर्मचारी अधिकारियों को वेतन समझौता 10 का लाभ ना मिलने के विरोध में भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ के नेतृत्व में बुधवार को मुख्य महाप्रबंधक कार्यालय के समक्ष एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन दिया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन भी सौंपा गया। ज्ञापन सौंपने से पूर्व भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ के वरिष्ठ नेता सुदामा सिंह ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्र में बैठी भाजपा की सरकार लगातार कोयला कर्मचारियों के हक और अधिकार को छीनने का प्रयास कर रही है जिसको लेकर हर स्तर पर विरोध किया जाएगा। उन्होंने बताया कि अस्थाई कामगारों के पे स्केल का प्रारंभिक वेतन पाने की पात्रता रखता है लेकिन केंद्र सरकार उसे उसके पात्रता से वंचित करने का कार्य कर रही है जिसको लेकर कोल इंडिया स्तर पर विरोधाभास शुरू हो गया है। उन्होंने कहा कि वेतन समझौता 10 को लेकर कई दौर की बैठक होने के बाद भी कोई ठोस निर्णय नहीं निकल पाया है। उन्होंने बताया कि भारतीय मजदूर संघ की 140 वीं कार्य समिति की बैठक 11 से 14 अगस्त तक झारखंड के रांची में हुई जिसके तहत विभिन्न मुद्दों को लेकर उन्होंने विरोध करने का निर्णय भी लिया। भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि केंद्र सरकार कोयला कर्मचारियों के साथ लगातार कुठाराघात कर रही है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कोयले की खदान लगातार कम हो रही है। कोयले का उत्पादन बन रहा है, ऐसे में अपने आप को नुकसान में बता कर मजदूरों का वेतन समझौता 10 ना देने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। बीएमएस के संयुक्त महामंत्री वीरेंद्र सिंह ने बताया कि भारतीय मजदूर संघ की कार्यसमिति में लिए प्रस्ताव के माध्यम से भारतीय कोयला खदान मजदूर संघ पाथाखेड़ा क्षेत्र मांग करता है कि कोयला उद्योग में कार्यरत लाखों ठेक,कामगारों को सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के अनुसार सम्मान का समान कार्य समान वेतन भत्ता छुट्टी ओवरटाइम तथा सेवा शर्त दी जानी चाहिए। साथ ही पाथाखेड़ा क्षेत्र में लगातार कोयले की खदानें बंद हो रही हैं ऐसी स्थिति को देखते हुए नई कोयले की खदान क्षेत्र में शुरू होना चाहिए जिससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिल सके। जबकि केंद्र में बैठी सरकार डब्ल्यूसीएल की खदानों को बंद करके नई खदानों को ठेका पद्धति से खोलना चाहती है जो न्याय संगत नहीं है। इस अवसर पर क्षेत्रीय अध्यक्ष प्रकाश राव पूर्व अध्यक्ष रणधीर सिंह सहित अन्य लोगों ने कार्यक्रम को संबोधित किया। इस अवसर पर नामदेव वर्मा, बीएल परिहार, एस के लाल, राकेश सिंह, ओंकार शुक्ला, अवधेश सिन्हा, निर्देश सिंह, जीआर साहब, ताड़केश्वर राय, महेश बारंगी, रितेश पटेल, रविंद्रनाथ राय, नारायण सिंह रघुवंशी, मनीराम बिछोले, प्रकाश नागले, सुग्रीव झगड़े, गुरुदत्त सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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