मजदूरों ने किया विरोध, गेट पर दिया धरना

Post by: Manju Thakur

एफसीआई गोदाम से श्रमिकों के थोकबंद तबादले
इटारसी। थोकबंद तबादले से खफा भारतीय खाद्य निगम के मजदूरों ने आज एफसीआई गोदाम देहरी के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। लंबे समय से यहां कार्यरत श्रमिकों का कहना है कि अचानक बिना किसी सूचना के सभी विभागीय श्रमिकों का तबादला इटारसी से भोपाल कर दिया है जो नियम विरूद्ध है। मामले में स्थानीय प्रबंधक का कहना है कि यह उच्च स्तरीय आदेश से हुआ है, स्थानीय प्रबंधन कुछ नहीं कर सकता।
अचानक हुए थोकबंद तबादले से नाराज सभी 89 श्रमिकों एवं सहायक श्रमिकों ने एफसीआई गेट के बाहर धरना दिया। इस दौरान पूरे समय एफसीआई में काम बंद रहा। कानून व्यवस्था की स्थिति न बिगड़े इसके चलते एफसीआई प्रबंधन को मौके पर पुलिस बुलानी पड़ी। तहसीलदार कदीर खान भी एफसीआई प्रबंधन के बुलावे पर धरना स्थल पर पहुंचे। आंदोलनरत एफसीआई श्रमिक और सहायक श्रमिकों का कहना है कि निगम के पास ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, जो सभी कर्मचारियों का अकस्मात स्थानांतरण कर दे। श्रमिकों की मांग है कि उनका स्थानांतरण रद्द किया जाए। श्रमिक गौरंगचंद अशोक कुमार, यशोदा राजपूत ने बताया कि अचानक हुए तबादले से परेशानी हो रही है।
एफसीआई स्थानीय प्रबंधक रोशन आर स्वामी ने बताया कि श्रमिक और सहायक श्रमिकों के तबादले के आदेश हेड आफिस से ही आये हैं। स्थानीय स्तर पर सिर्फ हम उस आदेश का पालन कर रहे हैं। डिपो प्रबंधक के कक्ष में तहसीलदार और प्रबधंक के बीच श्रमिकों के स्थानांतरण को लेकर चर्चा हुई। पूरा मामला समझने के बाद तहसीलदार ने गेट पर धरना दे रहे श्रमिकों से बात कर उन्हें वहां से हटा दिया। हालांकि श्रमिक गेट से हटने को राजी नहीं थे। तहसीलदार ने लॉ एण्ड आर्डर का हवाला देकर श्रमिकों को वहां से हटा दिया। इस दौरान पूरे समय एफआरवी 100 डायल का पुलिस बल एफसीआई डिपो में तैनात रहा।
सूत्र बताते हैं कि गेहूं खरीद का सीजन शुरू हो गया है। डिपो में 80 मीट्रिक टन की क्षमता है। फिलहाल जो सरकारी श्रमिक हैं वे दो गैंग के हैं जबकि यहां 18 गैंग लगेंगी। श्रमिक पालिसी के अनुसार सरकारी श्रमिक और प्राइवेट श्रमिक एक साथ काम नहीं कर सकते। इसी नीति के तहत इन श्रमिकों का तबादला यहां से किया गया है यहां प्रायवेट मजदूर काम करने आएंगे जो 18 गैंग में एकसाथ काम करेंगे।

error: Content is protected !!