इटारसी। कावेरी स्टेट में सात दिवसीय श्रीमदभागवत कथा का रविवार को विशाल यज्ञ एवं भंडारे के साथ समापन हो गया। कथा के अंतिम दिवस पर आचार्य पं. रघुनादं शर्मा ने कहा कि त्याग भोग से भी अधिक श्रेष्ठ होता है, इसलिए श्री कृष्ण ने अपना सारा वैभव और सिंहासन सुदामा को सौपकर स्वयं उनके चरणों में बैठ गये थे अर्थात जहां त्याग, तप से भरा जीवन होता है अंत में भोग उसके चरणों में आ ही जाता है।
कथा के अंतिम दिन कथा को विराम देते हुए आचार्य श्री शर्मा ने उपस्थित विशाल जनसमूह को सुदामा-कृष्ण चरित्र प्रसंग का रसपान कराया। कथा के बाद आयोजन में विधि विधान से हवन पूजन उपरांत विशाल भंडारा हुआ, जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया।