इटारसी। रेलवे के मुसाफिर खाने में शराब पीकर उत्पात मचाने वाले बदमाश को जीआरपी ने गिरफ्तार कर लिया है। जीआरपी ने उसके पासे से लोहे का छुरा भी बरामद किया जो उसने कमर में छिपाकर रखा था। उसके खिलाफ 25 आम्र्स एक्ट की कार्रवाई की गई है।
सोमवार को दोपहर में रेलवे के सफाईकर्मी मुकेश कुलकर्णी को डंडे से मारपीट कर घायल कर फरार हुआ आरोपी 19 वर्षीय रोहित पिता सुनील बडग़ूजर को जीआरपी द्वारा मंगलवार की शाम को मुसाफिरखाने के बाहर ही घेराबंद कर गिरफ्तार करने की जानकारी दी जा रही है। हालांकि सोमवार को शाम की सूचना यह थी कि फरियादी ने खुद ही अपने साथियों के साथ उसे पकड़कर जीआरपी थाने ले जाकर सौंपा था। जीआरपी ने मंगलवार को उसकी गिरफ्तारी की अलग ही कहानी बयां की। जीआरपी के अनुसार हेड कांस्टेबल कमलेश लाडिय़ा, दिलीप सिंह, विजय दत्त पांडे और रूपेश बट्टी ने गिरफ्तार मंगलवार शाम 5 बजे मुसाफिर खाने के बाहर घेराबंदी करके गिरफ्तार किया है। जीआरपी ने आरोपी रोहित से एक बड़ा लोहे का धारदार छुरा बरामद किया है, उसने जो उसने कमर में छिपा कर रखा था। मामले में आरोपी पर 25 आम्र्स एक्ट के तहत कार्यवाही की गई है।
नहीं हट रहे अवांछित लोग
देश के चारों महानगरों से जुड़े रेल जंक्शन इटारसी में चारों तरफ से अनेक लोग यहां आकर डेरा जमा लेते हैं। इन खानाबदोश और अवैध वेंडरों पर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो इनके हौंसले बुलंद हो जाते हैं। पिछले कई दिनों से रेलवे के मुसाफिर खाने में डेरा जमाए खानाबदोश यहां लोगों से मारपीट, चोरी आदि में भी संलग्य हैं। ये लोग रोज शराब पीकर आपस में लड़ाई-झगड़ा तो करते हैं, साथ ही यात्रियों से भी मारपीट करने लगते हैं। सोमवार को ही इनमें शामिल सिरफिरे ने यहां नशे में लाठी चलायी जिससे एक सफाई कर्मी घायल हो गया था।
पैसा कमाते और शराब पीते
दरअसल, देश के विभिन्न हिस्सों से आकर ये अवांछित तत्व यहां अवैध वेंडरिंग में लिप्त होकर पैसा कमाते हैं और शराब पीकर धमाल मचाते हैं। ये इस शहर के निवासी नहीं हैं, लेकिन मुसाफिरखाने में इनका परिवार डेरा जमाकर कई दिनों से रह रहा है। आश्चर्य इस बात का है कि रेल प्रतीक्षालय में जीआरपी कर्मियों की ड्यूटी रहती है, वे भी इनको यहां से भगाने में रुचि नहीं लेते हैं। सच्चाई तो यह है कि यहां कोई जीआरपी कर्मी दिखाई ही नहीं देता है। जीआरपी की इस ढील का फायदा उठाकर रेल जंक्शन पर खानाबदोशों ने अपना डेरा बना रखा है।