होशंगाबाद। मां नर्मदा के दक्षिण तट पर स्थित मधुर वाटिका आश्रम स्वामी राजेश्वरानंद सरस्वती की तपोभूमि तालनगरी में त्रिदिवसीय शिव परिवार प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव एवं संत सम्मेलन कलश यात्रा के साथ प्रारंभ हुआ।
प्रात:कालीन बेला में पंडित अजय दुबे के आचार्यत्व में गुरु कृपा आश्रम के वैदिक विद्वानों ने मंडल पूजन शिव परिवार का जलादिवास, अन्नादिवास के साथ मध्यकालीन बेला में परम पूज्य महामंडलेश्वर स्वामी वियोगानंद सरस्वतीकी अध्यक्षता में काशी से पधारे ब्रह्मचारी चंद्रशेखरानंद तथा मानस मर्मज्ञ सियाराम गौतम आदि ने उपस्थित श्रद्धालुओं को सत्य सनातन धर्म के विषय में प्रवचन दिए। स्वामी जी ने कहा कि सत्य के मार्ग पर चलकर ही सत्संगी मनुष्य हो सकता है। भगवान की माया स्वप्न तुल्य है, इसलिए मनुष्य को परमात्मा से सांसारिक माया न मांग कर प्रभु को ही मांगना चाहिए, क्योंकि जब भगवान आपके अपने हो जाएंगे तो संसार की किसी वस्तु की आवश्यकता ही नहीं रहेगी। इस अवसर पर विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा, पीयूष शर्मा, परसराम पटेल, कन्हैया लाल वमा, पं. सुंदरलाल भोंडेले ने समस्त संतों से आशीर्वाद ग्रहण किया। संचालन पंडित संत वशिष्ठ ने किया।