संचालक ने किया मंडी का निरीक्षण, लक्ष्यपूर्ति के दिए निर्देश

इटारसी। मप्र विपणन बोर्ड के अपर संचालक ने शनिवार को दोपहर यहां कृषि उपज मंडी परिसर का निरीक्षण किया और मंडी के सभागार में अधिकारी और कर्मचारियों की बैठक ली। उन्होंने इस वर्ष के लक्ष्य को निर्धारित समय में पूरा करने के निर्देश भी दिए। इटारसी मंडी क्षेत्र में अतिक्रमण नहीं मिलने पर उन्होंने खुशी जतायी और मंडी प्रबंधन को शाबासी भी दी।
मंडी बोर्ड के संचालक विनय निगम ने मंडी प्रबंधन के साथ सभागार में बैठक करके लक्ष्यपूर्ति के निर्देश दिए। बैठक में बताया कि दस करोड़ के लक्ष्य में से आठ करोड़ रुपए की आय प्राप्त की जा चुकी है। श्री निगम ने आगामी दो माह में शेष लक्ष्य की पूर्ति करने के निर्देश दिए।

छूट से हो रही आय प्रभावित
मंडी बोर्ड के अपर संचालक के साथ बैठक में सचिव सुनील गौर और अन्य अधिकारियों ने बताया कि धान खरीदी और मूंग खरीदी पर छूट के कारण लक्ष्य की पूर्ति नहीं हो सकी है। इस वर्ष मंडी को दस करोड़ रुपए की आय का लक्ष्य मिला था और इसके विरुद्ध मंडी ने आठ करोड़ की प्राप्ति कर ली है। फिलहाल मंडी में ऐसी कोई खरीदी नहीं चल रही है कि आय की प्राप्ति तेजी से हो सके।

व्यय कम करने के निर्देश
अपर संचालक ने मंडी प्रबंधन से कहा कि मंडी में व्यय की अधिकता है। अनावश्यक रूप से यहां सुरक्षा गार्ड की तैनाती है, उनको कम किया जाए। उन्होंने निर्देश दिए कि और भी खर्चों को देखें और भी खर्च कम कर सकते हैं उनको कम किया जाए। इसके साथ ही आय बढ़ाने के विकल्प पर भी विचार करके अमल करें। उन्होंने आय बढ़ाने के लिए मंडी प्रशासन से सुझाव भी भेजने को कहा है।

मंडी परिसर का निरीक्षण किया
दोपहर करीब डेढ़ बजे मंडी परिसर में पहुंचे अपर संचालक श्री निगम ने सबसे पहले मंडी परिसर का निरीक्षण किया। उन्होंने यहां चल रहे कार्यों को भी देखा और काम में तेजी लाने को कहा। श्री निगम ने इस दौरान मंडी कर्मचारियों से भी चर्चा की और आवश्यक निर्देश दिए। अपर संचालक ने मंडी परिसर का निरीक्षण करने के बाद मंडी के कार्यालय परिसर में स्थित सभागार में बैठक ली।

ई-नेम के लिए व्यापारियों को प्रेरित करें
अपर संचालक ने मंडी समिति के सचिव सुनील गौर से कहा कि यह ए ग्रेड की मंडी है, यहां की आय कम नहीं होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इटारसी मंडी में ई-नेम के माध्यम से खरीद-बिक्री को काफी लंबा समय हो चुका है। लेकिन, यहां के व्यापारियों की रुचि अपेक्षाकृत कम दिखाई दे रही है। मंडी प्रशासन यहां के व्यापारियों को ई-नेम के माध्यम से खरीद-बिक्री के लिए प्रेरित करें।

ये कहा निगम ने…!
यह हमारा रूटीन निरीक्षण है। यहां आकर मंडी की व्यवस्थाएं देखी हैं और जो भी आवश्यक दिशा निर्देश देना चाहिए, दे दिए हैं। अधिकारी-कर्मचारियों की बैठक ली है और लक्ष्य को आवश्यक रूप से हासिल करने के निर्देश दिए हैं।
विनय निगम, अपर संचालक मंडी बोर्ड भोपाल

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