इटारसी। प्रशासन ने कोरोना से संक्रमित हुए डॉ. एनएल हेडा से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष संपर्क वाले लोगों की पहली सूची जारी कर दी है। पहली सूची में करीब पौने दो सौ नाम हैं। इनमें प्रशासनिक अधिकारी, डॉक्टर्स और जनप्रतिनिधि भी शामिल हैं। जितने भी लोग अब तक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष मिलने वालों के नाम सामने आये हैं, सभी को होम कोरेन्टाइन किया है। जो उनसे सीधे मिले हैं, उनके सेंपल लेने की कार्यवाही की जा रही है। जिनके नाम सामने आये हैं, उनके घरों को सेंनेटाइज किया जा रहा है।
एडवांस कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग
दरअसल, आज जो सूची जारी की गई है, वह एडवांस कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग सिस्टम का हिस्सा है। सूची में कई लोगों को शामिल नामों पर आपत्ति थी। लोगों का कहना है कि वे पिछले कई दिनों से डॉ. हेडा से मिले ही नहीं। कुछ लोगों का तो यहां तक कहना था कि उन्होंने कभी उनसे इलाज ही नहीं कराया है, तो फिर उनका नाम कैसे आ गया? एसडीएम हरेन्द्र नारायण ने इसका खुलासा किया। उनका कहना है कि यह एडवांस ट्रेसिंग है। इसमें उन लोगों को भी शामिल किया है, जो डॉ. हेडा के सीधे संपर्क में आये लोगों के संपर्क में आये हैं। सीधे संपर्क में आये लोगों को हम ए मान लें। जो सीधे संपर्क में आये हैं, उनका सेंपल लिया जाएगा और यदि वह नेगेटिव रहा तो अप्रत्यक्ष संपर्क वाले बी को सुरक्षित मान लिया जाएगा। यदि ए पॉजिटिव आया तो फिर बी को भी संदिग्ध मानकर आगे की प्रक्रिया की जाएगी।
वीआईपी ऐसे आये संपर्क में
सूची में विधायक डॉ.सीतासरन शर्मा का नाम भी है। वे डॉ. हेडा के पड़ोसी हैं। जब डॉ. हेडा की दस दिन पूर्व तबीयत खराब होने की जानकारी मिली तो वे उनके हाल जानने उनके निवास पर पहुंचे थे। हालांकि वे पूरी सुरक्षा के साथ मुंह पर मास्क, हाथों में दास्ताने पहले गये थे। बावजूद इसके उन्होंने प्रशासन को इसकी सूचना दी और प्रशासन के निवेदन पर खुद को होम कोरेन्टाइन किया। इसी तरह से एसडीएम हरेन्द्र नारायण से डॉ. हेडा के भांजे गोविन्द बांगड़ व्यापारियों के सिलसिले में मिले थे। जब एसडीएम को यह पता चला कि गोविन्द डॉ. हेडा के भांजे हैं तो उन्होंने अपने आला अधिकारियों को सूचना दी और उनके निर्देश पर वे होम कोरेन्टाइन हो गये तथा घर से ही कमान संभाले हैं। जनपद केसला की सीईओ वंदना कैथल का नाम भी इसी तरह से उनके कर्मचारियों के संपर्क में रहने के कारण सूची में आ गया है।
मरीजों का रजिस्टर नहीं मिला
एसडीएम हरेन्द्र नारायण का कहना है कि डॉ. हेडा के यहां मरीजों के नाम वाला रजिस्टर नहीं मिला है। इसलिए हमने अखबार के माध्यम से सूचना प्रकाशित कराके एक नंबर दिया है कि जो भी इस एक माह के दौरान डॉ. हेडा के सीधे संपर्क में आया है, वह प्रशासन को सूचित करे ताकि उनकी स्क्रीनिंग करायी जा सके। इस सूचना प्रकाशन के बाद से अनेक लोग सामने आ रहे हैं और उनकी स्क्रीनिंग हो रही है। कुछ लोग सीधे भी सरकारी अस्पताल जाकर स्क्रीनिंग करा रहे हैं। जो प्रत्यक्ष मिले उनसे जानकारी ली जा रही है कि इस दौरान व किन-किन लोगों से मिले हैं, ताकि उनकी भी स्क्रीनिंग करायी जा सके। ऐसे लोगों के स्वास्थ्य पर प्रशासन की निगाहें रहेंगी। बताया जाता है कि प्रशासन ने पता किया तो जानकारी मिली कि डॉ. हेडा ने 10 मार्च के बाद अपने यहां 10-12 मरीज से ज्यादा देखे ही नहीं हैं।
नपा करा रही सेनेटाइजेशन
नगर पालिका का स्वास्थ्य अमला उन सभी लोगों के घरों का सेनेटाइजेशन करा रहा है, जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर पर डॉ. हेडा के संपर्क में आये हैं। मुख्य नगर पालिका अधिकारी सीपी राय स्वयं स्वास्थ्य अमले के साथ हैं और अपनी निगरानी में उन सभी लोगों के घरों का सेनेटाइजेशन करा रहे हैं। डॉ. हेडा के प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष तौर पर संपर्क में आये लोगों को प्रशासन ने होम कोरेन्टाइन किया है। नगर पालिका को सभी के घर और परिवार को सेनेटराइज करने के निर्देश दिये हैं। स्वयं सीएमओ स्वास्थ्य अमले के साथ जाकर अपने सामने उन परिवार के सदस्यों और उनके घर का सेनेटाइजेशन करा रहे हैं। सीएमओ ने बताया कि अभी जितने भी नाम आये हैं, सभी के घरों को कल देर रात तक सेनेटराज किया था। आज फिर उनको दोबारा सेनेटाइज किया है। नये नाम आयेंगे तो उनके घरों को भी सेनेटाइज किया जाएगा।
इनका कहना है…!
आज जो सूची बनी है, उसमें डॉ. हेडा से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष संपर्क वाले लोगों के नाम शामिल है। हमने सूचना प्रकाशित करायी है, इसके बाद और भी लोग संपर्क करके बता रहे हैं कि उन्होंने भी डॉ. हेडा से उपचार कराया है। अभी सूची में शामिल लोगों को होम कोरेन्टाइल किया है और बाद में जो भी सामने आयेंगे उनको भी होम कोरोन्टाइन किया जाएगा। हम स्वयं भी होम कोरेन्टाइन हैं और वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं।
हरेन्द्र नारायण, एसडीएम