इटारसी। इटारसी में 1 मई बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की आमसभा होने वाली है। सभा स्थल पर इन दिनों पड़ रही भीषण गर्मी में सभा में उपस्थित बड़ी संख्या में श्रोताओं को राहत देने के लिए पीने के लिए ठंडे पानी के पाउच लाखों की तादाद में उपलब्ध कराए जाएंगे।
एक समाचार पत्र में प्रकाशित क्षेत्रीय समाचार में तमाम व्यवस्थाओं के बारे में प्रकाशित हेडिंग में 4 लाख पानी के पाउच का उल्लेख किया गया था, इसी हेडलाइन को पढ़कर इटारसी के एक युवक ने सोशल मीडिया पर इस्तेमाल हो चुकी पन्नी के निपटान पर सवाल खड़े किए हैं। कुछ लोगों ने इसे नेगेटिव एक्टिविटी करार देते हुए जवाब में लिखा कि लोगों के लिए की जाने वाली व्यवस्था में निपटारे की व्यवस्था भी है। देशभर में स्वच्छता अभियान को जन आंदोलन बना देने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के फॉलोवर और पार्टी कार्यकर्ताओं इसकी भी चिंता कर लेंगे।
वहीं इसे विषय को तूल देते हुए अन्य लोगों ने इसे पर्यावरण और पॉलीथिन के प्रतिबंध से जोड़ दिया है और आपसी खींचतान और चर्चा का विषय बना दिया है। सोशल मीडिया हो या प्रत्यक्ष चर्चा हो आजकल लोग सही जवाब सुनना पसंद नहीं करते। वो बस उनके द्वारा उठाये गए सवालों पर लाइक लेना ही पसंद करते हैं वही दूसरे पक्ष के लोग भी समाधान के स्थान पर कुतर्क पर लाइक लेने की जुगाड़ में रहते हैं।
आदर्श खेल सामाजिक एवं सांस्कृतिक संस्था ने इस विषय पर युवाओं को सकारात्मक रवैया अपनाते हुए एकजुटता के साथ केवल समाधान की दिशा में आगे आने की अपील की है। संस्था अध्यक्ष बीबीआर गाँधी, सचिव रमाकांत सैनी, कोषाध्यक्ष सर्वजीत सिंह सैनी, मो अयूब खान, अनिल सिंह, किशन चंदवानी का कहना है कि नगर के युवाओं को इस सोच के साथ मोदीजी के भाषण के बाद सभास्थल की साफ सफ़ाई की व्यवस्था को मिलजुलकर निपटाने की जिम्मेदारी लेना चाहिए। उन्हें इसे राजनीति से अलग देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के सिरमौर की सभा व्यवस्था में योगदान देने के भाव से और अपने नगर की छवि को निखारने के लिए इसे मिलने वाला अवसर मानकर स्वयं सेवा करनी चाहिए।
वहीं दूसरी ओर 4 लाख पाउच से संग्रहित कचरे को कबाड़ियों को पूरी ईमानदारी के साथ बेचकर मिली राशि से नगर में युवा योगदान के नाम से कचरा प्रबंधन के लिए कुछ और डस्टबिन नगर में अलग अलग स्थानों पर स्थापित कर देना चाहिए।