होशंगाबाद। कलेक्ट्रेट के रेवा सभा कक्ष में आयोजित समय सीमा बैठक में कलेक्टर प्रियंका दास ने सीएम हेल्पलाईन में जिले की प्रगति की समीक्षा करते हुए कहा कि संतुष्टि के साथ निराकरण का प्रतिशत नहीं बढऩे का प्रभाव जिले की रैंकिंग पर दिखाई पड रहा है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे शिकायतों के संतुष्टि के साथ निराकरण पर विशेष ध्यान दें। संतुष्टि पूर्वक निराकरण पर 60 प्रतिशत वेटेज है। इसे बढ़ाकर ही प्रदर्शन में सुधार लाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अधिकारी स्वयं शिकायतकर्ता से बात कर शिकायत का संतुष्टि के साथ निराकरण कराएं। जिन शिकायतों में कार्य चल रहा है उन्हें फोर्सक्लोज न करें।
उन्होंने विभागवार संतुष्टि के साथ निराकरण के प्रतिशत की समीक्षा करते हुए खाद्य, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी, स्वास्थ्य, वित्त, राजस्व एवं सामाजिक न्याय विभागों को अपना संतुष्टि का प्रतिशत बढाने के लिये विशेष प्रयास करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने समाधान ऑनलाईन में चयनित विषयों से संबंधित शिकायतों की समीक्षा करते हुए कहा कि समाधान के लिये चयनित प्रश्नों की सूची प्राप्त होने पर संबंधित अधिकारी प्रश्नों से संबंधित जिले में लंबित शिकायतों की जानकारी लेकर समाधान ऑनलाइन में उपस्थित रहेंगे। उन्होंने 300 दिवस से अधिक लंबित शिकायतों का निराकरण न करने पर ग्रामोद्योग अधिकारी एवं सीएमओ इटारसी को कारण बताओ नोटिस जारी करने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने लोक सेवा गारंटी अधिनियम के अंतर्गत समय सीमा समाप्ति के बाद आवेदन निराकृत करने पर तहसीलदार सोहागपुर, नायब तहसीलदार सोहागपुर एवं सीएमओ बनखेडी पर जुर्माना लगाने के निर्देश दिये। बैठक में अपर कलेक्टर केडी त्रिपाठी, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी पीसी शर्मा, संयुक्त कलेक्टर आदित्य रिछारिया तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।