सुनें, डॉ. विनोद निगम को कार्यक्रम में बही साहित्य की सरिता

Post by: Manju Thakur

इटारसी। ईश्वर रेस्टॉरेंट के सभागार में वरिष्ठ नागरिक मंच के तत्वावधान में कार्यक्रम सुनें विनोद निगम को, आयोजित किया गया। इस अवसर पर विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा बतौर मुख्य अतिथि मौजूद थे। अध्यक्षता पूर्व विधायक अंबिका शुक्ला ने की। विशेष अतिथि के तौर पर पूर्व मंत्री विजय दुबे काकूभाई, डॉ. ज्ञानेन्द्र पांडेय सहित अनेक लोग मौजूद थे। संचालन साहित्यकार विनोद कुशवाहा ने किया।
संगीत और शिक्षा की देवी सरस्वती की पूजा-अर्चना के साथ प्रारंभ हुए साहित्यिक कार्यक्रम सुनें, विनोद निगम को, में नित्यानंद संगीत विद्यालय के संचालक शरद दीक्षित एवं साथी कलाकारों ने डॉ. विनोद निगम के गीतों की संगीतमयी प्रस्तुति दी। विनोद कुशवाहा ने सर्वश्रेष्ठ साहित्य विधा पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसे जीवंत रखना अति आवश्यक है।
मुख्य अतिथि विधायक डॉ. सीतासरन शर्मा ने कहा कि हमें प्रसन्नता है कि श्रेष्ठ साहित्यकार विनोद निगम की उपस्थिति में ही उनके समकालीन गीतों का यह आयोजन हो रहा है। पूर्व मंत्री विजय दुबे ने कहा कि डॉ. निगम ने शिक्षा और साहित्य में होशंगाबाद जिले को राष्ट्रीय पहचान दी है। वरिष्ठ नागरिक मंच की ओर से डॉ. ज्ञानेन्द्र पांडेय ने कहा कि शहर इटारसी भी विनोद निगम के समकालीन गीतों में समाहित है। अंतिम वक्ता डॉ. विनोद निगम को संचालक विनोद कुशवाहा ने गीतकार विपिन जोशी की की पंक्ति के साथ आमंत्रित किया। डॉ. निगम ने अपने साहित्यिक उद्बोधन की शुरुआत पंक्तियों सुख-दुख का सांझी बंटवारा अच्छा लगता है, कलकल करती गंगामाई, बाबा विश्वनाथ का द्वारा अच्छा लगता है, से की।
कार्यक्रम में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भवानीशंकर शर्मा, डॉ. एके चौधरी, कवि राजेन्द्र मालवीय, बीके पटेल, रामकिशोर नाविक, एमजीएम कालेज के प्राचार्य पीके पगारे, वरिष्ठ नागरिक मंच के अध्यक्ष सुरेशचंद्र जोशी, डॉ. केएस उप्पल, सतीश गोठी, एनपी चिमानिया, चंद्रप्रभा ठाकुर, राजकुमार दुबे आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे। मंच की ओर से विनोद निगम का नागरिक सम्मान किया।

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