इटारसी। सूर्य ग्रहण जैसी खगोलीय घटना को सही तरीके से कैसे देखा और समझा जाए, यह आपको 4 दिसंबर को विश्रामगृह में जाकर समझना चाहिए। विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर आपको यह अवसर प्रदान कर रहे हैं। इस तरीके को समझने के बाद 26 दिसंबर को होने वाली सूर्यग्रहण की खगोलीय घटना का आप बेहतर तरीके से आनंद उठा सकते हैं।
उल्लेखनीय है कि 26 दिसंबर को प्रात: एक आकर्षक खगोलीय घटना होने जा रही है जिसमें दक्षिण भारत के तामिलनाडु, केरल और कर्नाटक की 118 किमी की पट्टी पर चमचमाता सूरज कुछ देर के लिये सोने के कंगन की तरह दिखने लगेगा। ऐसा एनूलर सोलर इकलिप्स के कारण होगा। होशंगाबाद जिले के साथ ही मध्यप्रदेश में आंशिक सूर्य ग्रहण की घटना दिखेगी जिसमें प्रात: 8:10 से ग्रहण आरंभ होकर 9:29 मिनट पर ग्रहण की अधिकतम स्थिति होगी। इसके बाद ग्रहण घटता हुआ 11:03 मिनट पर समाप्त हो जायेगा। ग्रहण के सुरक्षित अवलोकन की वैज्ञानिक जानकारी देने तथा सूर्यग्रहण की फोटोग्राफी करने के तरीके बताने विज्ञान शिक्षक राजेश पाराशर इटारसी के रेस्ट हाउस प्रांगण मं 4 दिसंबर बुधवार से 11 बजे तक एक कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है जिसमें मुंबई से आमंत्रित खगोल विज्ञान के रिसोर्स पर्सन शैलेष संसारे बच्चों को सोलरइकलिप्स अवलोकन तथा फोटोग्राफी की जानकारी देंगे। कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में एसडीएम हरेंद्र नारायण को आमंत्रित किया है। शिक्षक श्री पाराशर ने बताया कि इस नि:शुल्क कार्यशाला में इच्छुक विद्यार्थी तथा शिक्षक उपस्थित होकर जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।