टर्न ओवर के दस्तावेजों में हेराफेरी करने की आशंका के चलते कार्रवाई
इटारसी। रेलवे स्टेशन पर यांत्रिक सफाई के लिए अभी कुछ माह पूर्व ही काम पर आयी, कोतकाता की डायनॉमिक कंपनी को रेलवे ने टर्मिनेट कर दिया है। कंपनी के प्रोपराईटर जुगलकिशोर भगत के नाम जारी टर्मिनेशन नोटिस में दस्तावेजों में गड़बड़ी को कारण बताया है। सीनियर डीसीएम अनुराग पटेरिया ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा है कि तकनीकि कारणों से कंपनी को टर्मिनेट किया है। दस्तावेजों में गड़बड़ी की बात सामने आने के बाद सीनियर डीसीएम ने मामले की तत्काल जांच करायी थी जिसमें यह खुलासा होने के बाद कंपनी को टर्मिनेट किया है। माना जा रहा है कि कंपनी की सुरक्षा निधि भी राजसात की जा सकती है।
मंगलवार की शाम को पश्चिम मध्य रेल्वे भोपाल मंडल के वाणिज्य विभाग ने कोलकाता की डायनॉमिक कंपनी को टर्मिनेट कर दिया है। कंपनी ने चार पांच माह पहले ठेका लेकर इटारसी जंक्शन में सफाई का काम शुरू किया था। सूचना पटल पर रेलवे ने नोटिस चस्पा भी कर दिया है। अब रेलवे खुद ही रेलवे स्टेशन पर सफाई काम कराएगी। गौरतलब रहे कि रेलवे के यांत्रिकी विभाग ने ई टेंडर प्रक्रिया के तहत डायनॉमिक कंपनी को सबसे कम रेट पर टेंडर भरने के कारण टेंडर दिया था। टेंडर कमेटी ही टेंडर में भाग लेने वाली कंपनियों के दस्तावेजों की जांच करती है। टेंडर होने के बाद यांत्रिकी विभाग के पास से यांत्रिक सफाई का ठेका लेने वाली कंपनी का पूरा काम कामर्शियल विभाग के पास चला गया था। सूत्र बताते हैं कि जब वाणिज्य विभाग में डायनॉमिक कंपनी के ठेके संबंधी दस्तावेज सीनियर डीसीएम के टेबिल पर पहुंचे तो उन्होंने बारीकी से उन दस्तावेजों की जांच कराई। जांच के दौरान ही यह बात संज्ञान में आई कि मामले में ठेके लेने के लिए लगाये टर्नओवर सबंधी दस्तावेजों में तकनीकी खामिया हैं जिसके कारण वाणिज्य विभाग ने तत्काल कंपनी का यांत्रिक सफाई का ठेका आज २६ नवंबर १९ की शाम को निरस्त कर दिया है। माना जा रहा है कि रेलवे से धोखाधड़ी करने वाली कंपनी की डिपाजिट राशि भी राजसात की जा सकती है।