इटारसी। हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं की मदद के लिए इटारसी में कॉल सेंटर शुरू किया गया है। कॉल सेंटर से जिले भर की सिर्फ हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं से संबंधित विभिन्न जानकारी जुटाई जाएगी और उपलब्ध जानकारी के अनुसार ही उन्हें सहायता भी प्रदान की जाएगी।
कॉल सेंटर का उद्देश्य
कॉल सेंटर का उद्देश्य है कि जन्म से पहले ही बच्चे को कुपोषित होने से बचाया जाए। इसके लिए गर्भवती महिलाओं को पहले स्वयं जागरुक करने के साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं और आशा कार्यकर्ताओं के माध्यम से महिलाओं को समय पर उपचार और पोषण आहार उपलब्ध कराया जाएगा जिससे जन्म लेने वाला बच्चा स्वस्थ हो।
कॉल सेंटर इस तरह से करेगा काम
– कॉल सेंटर को जिले की हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं की सूची एकीकृत बाल विकास विभाग से मिलेगी।
– इस सूची में दर्ज सभी महिलाओं को कॉल करके उनसे संबंधित जानकारी जुटाई जाएगी। उन्हें क्या दिक्कतें आ रही है।
– कोई बीमारी या कोई परेशानी होने पर उनका समय पर उपचार कराने के लिए संबंधित विभाग को जानकारी दी जाएगी।
– गर्भवती महिला को यदि अचानक कोई आवश्यकता पड़ती है जैसे प्रसव होने वाला हो जननी एक्सप्रेस उपलब्ध नहीं हो रही है तो कॉल सेंटर पर एक गाड़ी उपलब्ध रहेगी जो उपलब्ध कराई जाएगी। यदि दूर दराज के क्षेत्र में घर होगा तो नजदीकी अस्पताल को सूचना देकर वाहन भिजवाया जाएगा।
यह भी होगा काम
हाईरिस्क गर्भवती महिलाओं के गर्भवती होने के तीन महीने बाद से प्रसव होने के तीन महीने बाद तक पूरी जानकारी रखी जाएगी और कांउसलिंग की जाएगी। इसके बाद बच्चे पर ध्यान रखा जाएगा कि वह कुपोषण से पीडि़त नहीं हो। यदि होता है तो फिर उस पर भी लगातार निगरानी रखी जाएगी और उसे उपचार दिलाया जाएगा।
अधिकांश महिलाओं में मिली खून की कमी
कॉल सेंटर में महिलाओं से संपर्क किया गया। इन महिलाओं में से सबसे ज्यादा महिलाओं में खून की कमी पाई गई है। इसके अलावा हाईब्लड प्रेशर से, लो ब्लडप्रेशर से, शुगर से पीडि़त गर्भवती महिलाएं मिली हैं।
इनका कहना है…!
कॉल सेंटर से प्रायोगिक तौर पर काम शुरू कर दिया है। अब तक करीब 300 महिलाओं से संपर्क किया गया है और उनसे संबंधित जानकारी जुटाई गई है।
शालिनी यादव, प्रबंधक सीएलसी