इटारसी। दशहरे (Dussehra) के दिन से माता भगवती की विदाई बेला प्रारंभ हो जाएगी। माता को पवित्र जल में विसर्जन के लिए नगर पालिका (Nagarpalika) ने मेहरागांव नदी के पुल के पास विसर्जन कुंड बनाया है। उस कुंड में नदी का जल तो होगा, साथ ही मां नर्मदा का पावन जल भी होगा। आज सुबह एसडीओ राजस्व एमएस रघुवंशी, एसडीओपी महेन्द्र मालवीय और टीआई रामस्नेही चौहान ने विसर्जन स्थल पर पहुंचकर व्यवस्थाओं का जायजा लिया।
आज नगर पालिका ने जयस्तंभ चौक से पांच-पांच हजार लीटर के तीन टैंकर नर्मदा जल लाने के लिए होशंगाबाद रवाना किये हैं। यानी इस कुंड में 15 हजार लीटर नर्मदा का पावन जल डाला जाएगा। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और नगर पालिका में प्रशासक मदन सिंह रघुवंशी (Administrator Madan Singh Raghuvanshi) और नगर पालिका में विधायक प्रतिनिधि जगदीश मालवीय (MLA representative Jagdish Malviya), टीआई रामस्नेही चौहान (TI Ramsnehi Chauhan), तहसीलदार राजीव कहार (Tehsildar Rajeev Kahar), नायब तहसीलदार विनयप्रकाश ठाकुर (Naib Tehsildar Vinay Prakash Thakur) ने जयस्तंभ चौक पर टैंकर की पूजा की और टैंकर चालक को माला पहनाकर नर्मदा जल लाने के लिए रवाना किया है।
ऐसा होगा विसर्जन कुंड
नगर पालिका ने मेहरागांव नदी किनारे एक विसर्जन कुंड (Visarjan kund) तैयार किया है। उपयंत्री आदित्य पांडेय ने बताया कि 50 गुणा 50 फुट का विसर्जन कुंड तैयार किया है जिसकी गहरायी साढ़े चार फुट रखी गया है। उन्होंने कहा कि इसमें बड़ी मूर्तियां भी विसर्जित की जा सकती हैं। गहराई किसी अनहोनी को टालने के लिए कम रखी गयी है। हालांकि इसमें बड़ी मूर्तियां भी आड़ी करके विसर्जित की जा सकती हैं।
ये रहेंगे विसर्जन स्थल की व्यवस्था
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व मदन सिंह रघुवंशी ने बताया कि विसर्जन स्थल पर नगर पालिका ने सभी प्रकार के इंतजाम किये हैं। यहां सफाई के साथ ही प्रकाश व्यवस्था, सुरक्षा व्यवस्था नगर पालिका करा रही है। इसके साथ ही दशहरे के दिन से अगले दिन तक सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनाम रहेगा। विसर्जन स्थल पर सहयोग के लिए नगर पालिका के कर्मचारी और अधिकारियों की ड्यूटी रहेगी।