इटारसी। कल शाम तिलक सिंदूर मंदिर में भंडारे में पहुंचे एक परिवार की गायब हुई नाबालिग बालिका आज मिल गयी है। उसे रातभर ग्रामीण, पुलिस और तिलक सिंदूर वन समिति के सदस्य तलाशते रहे। सुबह होने पर बच्ची स्वयं तिलक सिंदूर पहुंच गयी थी। बाबईखुर्द निवासी इस बच्ची का मेडिकल कराने के बाद उसे परिजनों को पथरोटा पुलिस ने परिजनों को सौंप दिया है।
लगभग 12 वर्षीय बच्ची कल शाम 5 बजे परिजनों के साथ तिलक सिंदूर जाते वक्त रास्ता भटककर जंगल में चली गई थी। सूचना मिलने पर पथरोटा पुलिस ने रातभर ग्रामीणों के साथ बच्ची की तलाश की लेकिन कोई सुराग नहीं चला था। वन समिति अध्यक्ष तिलक सिंदूर को बीती रात सूचना विक्की चिमानिया ने दी। वन समिति के विनोद वारीबा ने बताया कि तत्काल सोशल मीडिया और आसपास क्षेत्र के ग्रुप इसकी खबर को पोस्ट किया। इस समय जंगल में तेंदूपता तोडऩे जा रहे महिला पुरुषों से भी निवेदन किया था।
बच्ची बोली घंटी की आवाज सुनकर पहुंची
तिलक सिंदूर का जंगल बड़ा है, अंधेरा होने पर उसे कुछ समझ नहीं आया। काफी देर भटकने के बाद वह जंगल में ही एक पेड़ के नीचे डरकर रातभर बैठी रही। सुबह होने पर उसे तिलक सिंदूर मंदिर में घंटी की आवाज सुनाई दी तो वह आवाज की दिशा में चलते-चलते मंदिर पहुंची और फिर ग्रामीणों के माध्यम से परिजनों को मिली। आज पथरोटा पुलिस ने उसके कथन दर्ज कर परिजनों को सौंप दिया है।