होशंगाबाद। कमिश्नर रवीन्द्र कुमार मिश्रा ने बाढ़ आपदा प्रबंधन की संभाग स्तरीय निगरानी समिति की बैठक में निर्देश दिए कि चिन्हित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ से बचाव की समस्त तैयारियां चाक-चौबंद रखी जाएं।
बाढ़ आपदा प्रबंधन की बैठक में कमिश्रर ने संभाग के अंतर्गत निर्मित, निर्माणाधीन सिंचाई योजनाओं के डाउन स्ट्रीम क्षेत्रों में जल निकासी सूचना एवं चेतावनी प्रणाली तंत्र स्थापित करने, बांध स्थल, तहसील एवं जिला स्तर पर स्थित रेनगेंज स्टेशनों पर विगत 5 वर्षो की वर्षा की माहवार एवं अधिकतम दैनिक वर्षा की जानकारी, नर्मदा, ताप्ती, तवा एवं अन्य नदियों पर स्थित गेज स्टेशनों पर विगत 5 वर्षों में अधिकतम बाढ़ स्तर से संबंधित जानकारी, संवेदनशील बांधो की स्थिति एवं निगरानी की व्यवस्था तथा बाढ़ के समय बचाव हेतु किये जाने वाली कार्यवाही की जानकारी, वर्तमान में बाढ़ की सूचना एवं चेतावनी हेतु वायरलेस, दूरभाष अथवा अन्य व्यवस्था आदि की उपलब्धता के संबंध में, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच मार्ग की स्थिति एवं आवश्यक वाहनों की उपलब्धता की स्थिति, बांध स्थल पर विद्युत व्यवस्था एवं विद्युत व्यवस्था में व्यवधान की स्थिति में अन्य वैकल्पिक व्यवस्था, बांधो के रखरखाव की स्थिति एवं चिन्हित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों की जानकारी जो कि बाढ़ से प्रभावित होने के कारण चिन्हित किये गये हैं आदि के संबंध में कमिश्नर ने जानकारी प्राप्त की। कमिश्नर ने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों, ग्रामों की सूची तैयार कर समय के पूर्व संबंधित ग्रामो में मुनादी कराने के निर्देश दिए। बांधों से पानी छोडऩे के पूर्व प्रभावित होने वाले ग्रामों में सूचना दी जाए और बाढ़ की स्थिति में प्रभावित होने वालों के रुकने के लिए स्थानों/भवनों का चयन तथा वहां पर ठहरने, भोजन, पेयजल आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। कमिश्नर ने अधिकारियों से कहा कि बाढ़ की स्थिति में वाट्सएप से मैसेज करने के पश्चात भी प्रमुख अधिकारियों को दूरभाष/मोबाईल पर आवश्यक रूप से सूचित किया जाए। कमिश्नर ने स्वयं की अध्यक्षता में बाढ़ आपदा प्रबंधन समिति का गठन किया। समिति के सचिव मुख्य अभियंता जल संसाधन विभाग होंगे।