ट्रैफिक अमला नहीं दे रहा ध्यान, दिनभर शहर में दौड़ते हैं ट्रक
इटारसी। शहर के बाजार क्षेत्रों के सड़क मार्गों पर दिन के समय बड़े एवं भारी वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध के बावजूद ये वाहन निरंतर आवागमन कर रहे हैं। इनके भीड़ भरे क्षेत्रों में प्रवेश के कारण बार-बार इन मार्गों पर जाम लग जाता है।
रेलवे स्टेशन तिराहे से रेस्ट हाउस, गांधी स्टेडियम एवं भारतीय स्टेट बैंक चौराहे से सूरजगंज की ओर जाने वाला सड़क मार्ग हमेशा व्यस्त रहता है और इस मार्ग से करीब दो दर्जन अन्य मार्ग भी जुड़े हैं। शहर की धमनी कहे जाने वाले इस मार्ग पर सुबह 8 से रात 9 बजे तक ट्रक सहित अन्य बड़े वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध है। बाजवूद इसके यह प्रतिबंध केवल कागजों में ही है। पुलिस के यातायात अमले ने कभी इन वाहनों को प्रवेश से नहीं रोका है। दरअसल, ट्रैफिक पुलिस के ही कई कर्मचारी शहर के बीच बने ट्रांसपोर्टर के दफ्तर में बैठकर दोस्ती निभाते हैं तो फिर इन ट्रांसपोर्टर के यहां आने वाले वाहनों को कौन रोकेगा। यही कारण है कि इन मार्गों पर लगातार भारी वाहनों की आवाजाही बनी रहती है। सांची दुग्ध संघ का एक ट्रक तो सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक स्थायी रूप से खड़ा रहता है। इसके अलावा अन्य मालवाहन वाहन भी सड़क पर ही खड़े रहते हैं। इसके कारण सड़क मार्ग पर थोड़ी-थोड़ी देर में जाम लग जाता है। सबसे अधिक जाम इस मार्ग के रेस्ट हाउस तिराहा, स्टेशन के पास नीलम तिराहा, देशबंधुपुरा में भारतीय स्टेट बैंक तिराहा और सूरजगंज चौराहे पर लगता है। इस जाम से सबसे अधिक परेशान छोटे वाहन चालक होते हैं जो इनमें फंसकर गंतव्य तक पहुंचने में लेट हो जाते हैं। इनका समय और ईंधन दोनों ही खराब होता है। जयस्तंभ मार्ग, स्टेशन से बस स्टैंड मार्ग के हाल भी कमोवेश यही हैं।
सुरक्षित यातायात का अभियान चलाया
यातायात पुलिस भले ही भारी वाहन की ओर ध्यान नहीं दे रही हो। लेकिन, लगातार सुरक्षित यातायात के नाम पर वाहन चालकों के चालान काटकर समन शुल्क वसूलकर राजस्व में इजाफा जरूर कर रही है। पिछले दो दिनों से ट्रैफिक पुलिस प्रभारी वीएस घुरैया के नेतृत्व में शहर के विभिन्न क्षेत्रों में दो पहिया वाहन चालकों की जांच कर चालान काट रही है। बुधवार को पुलिस ने तीस चालान काटकर 8,750 रुपए वसूले हैं। ट्रैफिक पुलिस ने जयस्तंभ चौक, आरएमएस चौराह, नीलम तिराहा पर वाहन जांच कर यह वसूली की है।
नाबालिगों के पैरेंट्स को दी समझाईश
बुधवार से पुलिस ने यह अभियान चला रखा है और इसमें नाबालिगों को पकड़कर उनके पैरेंट्स को बुलाया जा रहा है और उनको समझाईश दी जा रही है कि बच्चों को वाहन न दें। यदि दूसरी बार बच्चा वाहन चलाते मिला तो कार्रवाई की जाएगी। इसी तरह से महिला पुलिस के साथ महिला वाहन चालकों को फिलहाल समझाईश ही दी जा रही है कि वे हेलमेट पहने और पर्याप्त दस्तावेज साथ लेकर चलें। इसके अलावा तीन सवारी नहीं बिठाने की समझाईश भी दी जा रही है। गुरुवार को यातायात अमले ने शाम तक करीब चार हजार रुपए का समन शुल्क वसूला है।