इटारसी। हमने अपने समाचार के माध्यम से ग्राम गोंचीतरोंदा और इसके आसपास के गांवों से इटारसी आने वालों की पीड़ा को उजागर किया था। अब गोंचीतरोंदा के लोगों ने अपनी इस पीड़ा को पोस्टर के माध्यम से व्यक्त करते हुए आगामी दिनों में होने वाले पंचायत चुनावों के बहिष्कार की घोषणा की है। दरअसल, इस गांव के साथ ही दर्जनों गांव के लोग जिस एकमात्र सड़क से इटारसी आना-जाना करते हैं, उसकी बदहाली पिछले एक वर्ष से इन लोगों की तकलीफ का सबब बनी हुई है। एक वर्ष से इस रोड का निर्माण कार्य बंद है और ग्रामीणों की तकलीफ में कमी के कोई प्रयास होते दिखाई नहीं दे रहे हैं। ऐसे में गांव के लोगों के सब्र का बांध टूट गया और ग्रामीणों ने गांव के बाहर पोस्टर लगा दिये हैं कि रोड नहीं तो वोट नहीं।
ग्राम पंचायत गोंची तरोंदा के ग्रामीणों ने पंचायत चुनावों के बहिष्कार का निर्णय लिया है। सरकार और प्रशासन की बेरुखी से नाराज ग्रामीणों ने फैसला किया है कि आगामी पंचायत चुनाव में कोई भी ग्रामवासी वोट नहीं करेगा। बता दें कि मुक्तिधाम न्यूयार्ड से गोंची तारोंदा पहुंच मार्ग का 4 वर्ष से खस्ताहाल है। वर्तमान में रोड निर्माण के कारण इस रोड को खोद तो दिया है पर अभी तक कोई संतोषजनक कार्य नहीं हुआ है। ग्रामीणों को शहर आने में सबसे अधिक परेशानी होती है। खासकर बीमारी के वक्त देर रात में या दिन में भी उखड़ी गिट्टियों पर वाहन चलाने से दुर्घटना का भय बना रहता है। सबसे जदा परेशानी गर्भवती महिलाओं को होती है। इस रोड से लगभग 2 दर्जन गांव के लोग आवागमन करते हंै। ग्रामीणों का कहना है कि बहुत बार अधिकारियों से इसकी शिकायत की जा चुकी है, पर कोई हल नहीं निकला। अत: गांव वालों ने पंचायत चुनाव के बहिष्कार का निर्णय लिया है और रोड नहीं तो वोट नहीं के पोस्टर लगाए हैं।