बिलासपुर रेलवे और जबलपुर मैच जीतकर अगले दौर में पहुंचे
इटारसी। अखिल भारतीय श्री गुरुनानक देव ट्रॉफी हॉकी प्रतियोगिता (Sri Guru Nanak Dev Trophy Hockey Competition) में आज दो मैच खेले गये। पहला मैच जबलपुर ने भोपाल को और दूसरा मैच बिलासपुर ने टीकमगढ़ को हराकर जीता। आज टीम के खिलाडिय़ों से सर्व ब्राह्मण समाज के अध्यक्ष जितेन्द्र ओझा, हेमंत दुबे, अधिवक्ता अशोक शर्मा, सिंधी समाज से धर्मदास मिहानी, अशोक लालवानी, गोपाल सिद्धवानी, कैलाश नवलानी, सिख समाज से हरजीत सिंघ छाबड़ा, बिन्द्रा, भाजपा नेता संदेश पुरोहित, सुनील बाजपेयी, अत्तू तिवारी, डॉ. उमंग अग्रवाल, डॉ. ताविश अरोरा ने परिचय प्राप्त किया। अतिथियों को खिलाडिय़ों से परिचय प्राप्त कराने डीएचए के अध्यक्ष प्रशांत जैन, सचिव कन्हैया गुरयानी, आयोजन समिति के अध्यक्ष सर्वप्रीत सिंघ भाटिया, सचिव देवेन्द्र सिंह जुनेजा कर्नल, हिमांशु बाबू अग्रवाल, हरप्रीत सिंघ छाबड़ा, हॉकी मप्र के सहसचिव दीपक जेम्स ने मैदान में लेकर गये।
ऐसे चले मैच
– पहला मैच जबलपुर और भोपाल के मध्य खेला गया। पहले क्वार्टर में जबलपुर को शार्ट कार्नर मिला, लेकिन टीम के खिलाड़ी उसे गोल में नहीं बदल सके। भोपाल टीम के मो. फहीम ने पहला गोल किया। जबलपुर के सत्यम ने एक गोल करके बरावरी की। मध्यांतर तक दोनों टीमें 1-1 गोल से बराबरी पर रहीं। दूसरे हाफ में जबलपुर के आशिक ने गोल कर 2-1 से बढ़त बनायी। सुमित ने एक और गोल करके बढ़त 3-1 कर ली। इसके बाद यूनिस ने फिर गोल किया और स्कोर 3-2 हो गया। जबलपुर के आदित्य ने चौथा गोल किया और अंत में 4-2 से जबलपुर ने मैच जीत लिया।
दूसरा मैच टीकमगढ़ और बिलासपुर के बीच खेला गया। दोनों टीम ने अच्छा खेल दिखाया। लेकिन, दूसरे क्वार्टर में मिले शार्ट कार्नर को समीर ने गोल में बदलकर बिलासपुर को बढ़त दिलायी। हसन राजा ने दूसरा गोल किया। मध्यांतर तक बिलासपुर की बढ़त 2-0 रही। मध्यांतर के बाद बिलासपुर के मोहित ने तीसरा गोल किया। टीकमगढ़ की टीम दबाव में आ गयी और फिर बिलासपुर ने उसका फायदा उठाया। आबिद ने चौथा, रहव ने छठवा और इमरान ने सातवा गोल किया। अंतिम परिणाम 7-0 से बिलासपुर के पक्ष में रहा।
ये रहे अम्पायर
पहले मैच में उपेन्द्र और अमित झांसी तथा दूसरे मैच में संजीव जालंधर और प्रवीण पसेरिया जबलपुर ने अम्पायरिंग की।
भोपाल टीम लेकर अखिल भारतीय श्री गुरुनानक देव हॉकी प्रतियोगिता में आये इंटरनेशनल हॉकी अम्पायर मोईनुद्दीन कुरैशी ने कहा है कि कोरोनाकाल के बाद खिलाडिय़ों को खेल चाहिए था, जो इटारसी की कमेटी ने दिया है, हम शुक्रगुजार हैं। उनकी टीम पहला मैच खेली और जीत नहीं सकी, इस पर उनका कहना था कि हार-जीत तो होती रहती है, हार से सबक लेकर और बेहतर करने का प्रयास करेंगे।
एस्ट्रोटर्फ पर हॉकी के साथ मजाक जैसे जुमले पिछले दिनों भोपाल में ओलंपियन जलालुद्दीन ने छोड़े थे, इस सवाल पर उन्होंने सीधे तौर पर कोई टिप्पणी करने से इनकार किया और कहा कि हम लोगों की बुनियाद ही चट मैदान रहे हैं। टर्फ सभी के नसीब में नहीं होते। दोनों प्रकार के मैदान में खिलाडिय़ों को खेलना होता है। हमें अपना अतीत नहीं भूलना चाहिए। किसी टीम को बुलाना, नहीं बुलाना आयोजन समिति बेहतर समझती है, आमंत्रण नहीं मिलने का मलाल नहीं होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पिछली बार भोपाल टीम विजेता रही थी, इस बार नहीं जीते तो कोई बात नहीं हम और सुधार करेंगे।