अपडेट : आधी रात को ईरानी डेरे पर हमला, हिस्ट्रीसीटर मासूम ईरानी की मौत

Post by: Rohit Nage

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Update: Attack on Irani camp at midnight, history sitter Masoom Irani dies
  • – बाहर से आए ईरानियों के समूह ने किया डेरे पर हमला
  • – हमलावरों की तलाश में पुलिस की चार टीमें हुईं रवाना
  • – सनसनीखेज हत्याकांड ने बढ़ाई पुलिस के लिए चुनौती

इटारसी। मंगलवार-बुधवार की दरम्यानी रात पुरानी गल्ला मंडी स्थित ईरानी डेरे पर बाहर के ईरानियों के एक समूह के हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गयी, जबकि कुछ महिलाएं घायल हुई हैं। जिस व्यक्ति की मौत हुई है, वह भी नामी बदमाश था और उस पर लगभग सौ अपराध दर्ज थे। घटना एक लड़की के कारण हुई बतायी जा रही है। घटना के बाद से पूरे इलाके में भारी पुलिसबल तैनात है। घायल अस्पताल में भर्ती हैं। यहां भी पुलिस बल तैनात किया गया है। थाना प्रभारी गौरव सिंह बुंदेला के अनुसार हमले की वजह डेरे से भागी एक लड़की बताई जा रही है।

हमले में होशंगाबाद और पिपरिया के ईरानी डेरे के लोगों का हाथ बताया जा रहा है। इन लोगों में पहले आपस में रंजिश चली आ रही थी। बीती रात करीब 3 बजे डेरे पर करीब 10-15 लोगों ने हथियारों से लैस होकर हमला कर दिया। हमले में मासूम ईरानी की मौत हो गई। वहीं करीब पांच लोग गंभीर रूप से घायल हैं। मासूम अली ईरानी पर 100 से ज्यादा अपराध दर्ज थे। वह डेरे से गांजे का अवैध व्यापार भी करता था। हत्या में नर्मदापुरम व पिपरिया के ईरानी समुदाय के लोगों का हाथ बताया जा रहा है। एसडीओपी महेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि हमलावरों की तलाश में पुलिस की चार टीमें नर्मदापुरम, पिपरिया, काटोल और नागपुर हमलावरों की तलाश में रवाना हो गई हैं, जल्दी ही आरोपी पकड़े जाएंगे।

हमें मिल रही थी धमकी, आवेदन दिया था

इस मामले में ईरानी डेरे का निवासी सोहेल अली का कहना है कि हमारे डेरे की एक लड़की होशंगाबाद के एक लड़के साथ गयी थी। इसके बाद से लड़की के परिवार सहित डेरे पर हमले की धमकियां मिल रहीं थी। नर्मदापुरम में मारपीट भी हुई थी। हमने नर्मदापुरम कोतवाली, पिपरिया और इटारसी पुलिस थाने में इस संबंध में आवेदन भी दिये थे। आवेदन को गंभीरता से लेकर पुलिस कार्रवाई करती तो इतनी बड़ी घटना नहीं होती।

दरवाजे तोड़े, तलवारों से हमला किया

सोहेल का कहना है कि करीब 40-50 लोग थे। तलवार और अन्य घातक हथियारों से लैस थे। दरवाजा तोड़ा और हमला कर दिया। उन्होंने डेरे के लगभग सभी घरों में मारपीट की है। जिनका इस मामले से कोई लेना-देना नहीं था, उनके साथ भी मारपीट की है, महिलाओं के बाल भी काटे, वे डेरे पर हमले की धमकी दे रहे थे। बड़ी घटना करने के इरादे उनके पहले से ही थे, तभी हमने पुलिस को इसकी सूचना दे दी थी, लेकिन इसे हल्के में लिया।

इनके नाम आ रहे सामने

ईरानी डेरा इटारसी के निवासी सोहेल अली ने कहा कि सलीम, माशाअल्ला, जाफर, मोहम्मद अली, मोहसिन, काजिम, फतेह, बेनजीर, नर्गिस उर्फ चोखरा सहित अन्य की भूमिका है। हमने पुलिस को सभी के नाम बता दिये हैं। इनमें से एक काटोल का रहने वाला है और शेष नर्मदापुरम और पिपरिया के निवासी हैं।

ये मृत और घायल

सोहेल ने बताया कि आधी रात को हुए हमले की इस घटना में मासूम पिता अब्बास अली की मौत हो गयी है। वसीम अली, राजा अली, इमरान अली, समीर अली, रानी बी, मयूरी बी, शोहराब बी और टीटू बी सहित करीब दस लोग घायल हुए हैं जिनका उपचार सरकारी अस्पताल में चल रहा है।

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