भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट: 8 मेट्रो स्टेशन का हुआ भूमिपूजन, मिलेंगे रोजगार के अवसर

Post by: Poonam Soni

भोपाल। स्वच्छ भोपाल, हरित भोपाल, ऐतिहासिक भोपाल, हाईटैक भोपाल और अब मेट्रो सिटी भोपाल भी बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने शुक्रवार को शाम 4 बजे एम्स भोपाल के पास 8 मेट्रो रेलवे स्टेशनों का भूमि-पूजन किया। कार्यक्रम में नगरीय विकास एवं आवास मंत्री भूपेन्द्र सिंह (Urban Development and Housing Minister Bhupendra Singh) शामिल हुए। सीएम ने कहा कि इससे कई भाई बहनों को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री ने बताया है कि भोपाल मेट्रो रेल परियोजना (Bhopal Metro Rail Project) के प्रायोरिटी कॉरीडोर के 8 मेट्रो स्टेशन निर्माण के लिये अंतर्राष्ट्रीय निविदाएँ बुलाई गई थीं। कुल 426 करोड़ 67 लाख रुपये की लागत से 8 मेट्रो स्टेशन बनाये जायेंगे। प्रायोरिटी कॉरीडोर की वायाडक्ट का कार्य लगभग 70 प्रतिशत पूरा हो गया है। भोपाल मेट्रो रेल परियोजना में सुभाष नगर मेट्रो डिपो की डिजाइन बनाई जा चुकी है। जनवरी-2022 से इसका कार्य प्रारंभ हो जायेगा। भोपाल में एम्स से करोंद चौराहा तथा भदभदा चौराहे से रत्नागिरी तिराहे तक लगभग 30 किलोमीटर के 2 मेट्रो कॉरीडोर का निर्माण किया जा रहा है।

विश्व-स्तरीय होंगे मेट्रो स्टेशन
सभी 8 एलीवेटेड मेट्रो स्टेशन विश्व-स्तरीय सुविधाओं से युक्त होंगे। ऊर्जा संरक्षण के लिये सभी स्टेशनों पर एलईडी लाइट एवं सोलर पैनल की व्यवस्था होगी। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन को मेट्रो स्टेशन के साथ स्काई वॉक के माध्यम से जोड़ा जायेगा। इस मेट्रो स्टेशन का नाम भी रानी कमलापति मेट्रो स्टेशन होगा। सभी स्टेशनों पर मॉल की तरह सेंट्रल एयर कॉनकोर्स होगा, जिसमें एटीएम, खाद्य आउटलेट, कैफे, मोबाइल रिचार्ज आदि सेवाएँ उपलब्ध होंगी। सभी स्टेशनों पर शहर के अन्य आवागमन के साधनों के साथ सहयोजन की प्लानिंग की गई है। सभी स्टेशनों पर अत्याधुनिक ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम होगा। सुरक्षा के लिये पूर्णकालिक सी.सी. टी.व्ही., मेटल डिटेक्टर एवं अन्य सुरक्षा के आधुनिक उपकरण लगाये जायेंगे। स्टेशन क्षेत्र का हरित विकास करने के साथ ही प्रभावित वृक्षों की प्रतिपूर्ति के लिये 4 गुना पौधों का अग्रिम रोपण किया गया है। पर्यावरण संरक्षण के लिये वाटर हॉर्वेस्टिंग की जायेगी

ये विशेषताएं होंगी मेट्रो स्टेशन की
– सभी स्टेशनों को ग्रीन बिल्डिंग की प्लैटिनम रेटिंग के आधार पर बनाया जाएगा यानी इन स्टेशनों पर बिजली का जितना उपयोग होगा उतनी यह स्वयं जनरेट करेंगे। और यार रेन वाटर हार्वेस्टिंग भी होगा।
– हर स्टेशन पर मॉल की तरह सेंट्रल एयर कॉनकोर्स होगा। इसमें एटीएम, फूड कोर्ट, कैफे ?से लेकर मोबाइल रिचार्ज तक की सुविधाएं मिलेंगी।
– हर स्टेशन पर ई-रिक्शा, पब्लिक बाइक शेयरिंग, पब्लिक ट्रांसपोर्ट की बस और पिकअप ड्रॉप जैसी सुविधाएं भी रहेंगी
सीसीटीवी, मेटल डिटेक्टर, फुटपाथ, एस्केलेटर, ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन के साथ दिव्यांगों के लिए भी सुविधाएं स्टेशनों पर होंगी।

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